Havan से कैसे कर सकते हैं भाग्य परिवर्तन, जानिए किस हवन से क्या होगा लाभ?
Havan: भारत की पावन भूमि अनेक ऋषि मुनियों की तपोभूमि रही है। ऋषि-मुनियों ने जप, तप और अनुष्ठान के माध्यम से न सिर्फ वातावरण का शुद्ध करने में योगदान दिया है, भारत की संस्कृति को भी समृद्ध किया है।
Havan: भारत की पावन भूमि अनेक ऋषि मुनियों की तपोभूमि रही है। ऋषि-मुनियों ने जप, तप और अनुष्ठान के माध्यम से न सिर्फ वातावरण का शुद्ध करने में योगदान दिया है, भारत की संस्कृति को भी समृद्ध किया है। इसलिए कहा जाता है कि भारतीय संस्कृति में हवन का महत्व किसी से छिपा नहीं है। यहां अनेक प्रकार के वैदिक मंत्र, यज्ञ एवं हवन के द्वारा भाग्य परिवर्तन की अनेक विधियां प्रचलित हैं।
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हवन में आहुति से मिलता है देवता को भोग
मान्यता है कि हवन-यज्ञ में आहुतियों को भोग हमारे देवताओं को प्राप्त होता है। जिसमें हमें पुण्य फल की प्राप्ति होती है। भारत में कई ऋषि -मुनियों ने हवन यज्ञ करके अनेक सिधियां प्राप्त की हैं। कहा जाता है कि यदि विविध कार्यों हेतु विविध प्रकार की सामग्री लेकर निश्चिंत मंत्रों के साथ हवन किय जाता है तो इंसान को अभिष्ट की प्राप्त होती है।
हवन (हवन) एक संस्कृत शब्द है जो अग्नि के माध्यम से देवताओं को प्रसाद चढ़ाने के एक हिंदू अनुष्ठान को संदर्भित करता है। इसे होमम या होमा के रूप में भी जाना जाता है। हवन समारोह में, मंत्रों और प्रार्थनाओं का जाप करते हुए घी, अनाज और जड़ी-बूटियों जैसे प्रसाद को पवित्र अग्नि में डाला जाता है। माना जाता है कि यह अनुष्ठान मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करता है और आध्यात्मिक विकास और कल्याण लाता है।
अनेक कार्यों की सिद्धि के लिए हवन:-\
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Photograph: (file)
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए हवन : श्री शूक्त के शुभ मुर्हूत में सवा लाख का पाठ करके दशांश का हवन करके बेल पत्र एवं खीर की आहुति देने से धन लक्ष्मी की प्राप्त होती है तथा अनेक प्रकार से लक्ष्मी का आगमन होता है, जिससे व्यक्ति का जीवन सुख से व्यतीत होता है। तथा धन की समस्याएं दूर होती हैं।
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रोजगार प्राप्ति के लिए हवन: रोजगार प्राप्ति के लिए विश्व भरण पोषण कर जोई, ताकर नाम भरत अस होई।। इस चौपाई के सवा लाख जाप तथा दशांश हवनसे स्थायी रोजगार की प्राप्ति होती है। तथा व्यक्ति को जीवन में रोजगार के लिए परेशान नहीं पड़ता है।
चुनाव में विजय हेतु हवन: किसी भी व्यक्ति को प्रतिस्पर्धा में जीत हासिल करने के लिए उच्च पद प्राप्त करने हेतु, चुनाव में विजय प्राप्त करने हेतु तथा दुश्मनों को नष्ट करने हुतेमां बगलामुखी स्त्रोतके 21000 पाठतथा उसका दशांश हवनचंपा के पुष्पों से करना चाहिए। इसके प्रभाव से व्यक्ति को निश्चिंत ही सफलता व विजयी की प्राप्ति होती है।
रोग नाश हेतु हवन: अकाल मृत्युके प्रभाव को रोकने के लिए तथा असाध्य बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को किसी भी विद्वान पंडित के द्वारा महामृत्युंजयमंत्री के सवा लाख जाप एवं दशांशका हवन करना चाहिए।जिससे रोग को शांत किया जा सके तथा अकाल मृत्यु को रोका जा सकता है।
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संतान प्राप्ति हेतु: निसंतान दंपती को संतान प्राप्ति के लिए संतान गोपालमंत्र के 27000 मंत्र जाप कराकर दशांश हवन करवाना चाहिए। मंत्र जाप के समय हरिवंश पुराण का पाठ करवाने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
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