लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
मुसलमानों का पाक और मुकद्दस महीना रमज़ान शुरू हो गया है। इस पूरे महीने में मुसलमान रोज़ा रखकर अल्लाह की इबादत करते है। वहीं सूरज डूबने के बाद खजूर से रोज़ा खोलने की शुरुआत होती है। इस्लाम में खजूर को बेहद अफजल माना गया है। पूरी दुनिया में खजूर से रोज़ा खोलने का चलन है और इसे सुन्नत भी माना जाता है। हालांकि यह फ़र्ज़ नहीं है यानि कोई भी मुसलमान किसी दूसरी चीज़ से भी अपना रोज़ा खोल सकता है।
लखनऊ की बाजारों में छाई ख़जूरे
रमज़ान का पवित्र महीना शुरू होते ही बाजारों में भी रौनक छा गई है। पूरे साल व्यापारी इस महीने का इंतजार करते है। शादी की सहालग हो या फिर देश में कोई पर्व, दुकानदारों की खोई हुई मुस्कान वापस लौट आती है। वहीं रमज़ान तो पूरे एक महीने के लिए रहता है। ऐसे में चाट, पकौड़ी, फल, खजूर समेत कई तरह के व्यापार को बढ़ावा मिलता है। पुराने लखनऊ में बाकायदा खजूर की मंडी लगी हुई है। यहां दुकानों के साथ ठेलों पर भी खजूरें बिक रही है। कुछ इलाकों में तो फेरी लगाकर भी गरीब दुकानदार खजूरें बेच रहे है।
120 से 1500 रुपए तक मौजूद
पुराने लखनऊ के महमूद नगर में कई साल पुराने खजूर के दुकानदार नसीम बताते है कि इस महीने उनका भी व्यापार कई गुना बढ़ जाता है। ईद की तरह ही उनको रमज़ान का इंतज़ार रहता है क्योंकि इस पूरे महीने उनका कारोबार खूब फलता फूलता है। नसीम ने बताया कि लखनऊ की मंडी में इस वक्त कई देशों की खजूरे बिक रही है। इनमें सऊदी अरब, ईरान, इराक, ट्यूनीशिया देश शामिल है। नसीम ने कहा कि उनकी दुकान पर सबसे सस्ती ईरानी खजूर है जो कि सिर्फ 120 रुपए किलो है वहीं अम्बर खजूर सबसे महंगी यानी 1500 रुपए किलों की बिक रही है। इसके साथ हु मदीने की खजूर 500 रुपए किलो है।
जानिए खजूरों के दाम
ईरानी खजूर 120 रुपए प्रति किलो
ब्लैक नेगेल 400 रुपए प्रति किलो
सुखरी 500 रुपए प्रति किलो
ट्यूनीशिया की डंडी वाली खजूर 500 रुपए प्रति किलो
कलमी खजूर 750 रुपए प्रति किलो
मगरूम खजूर 1200 रुपए प्रति किलो
अम्बर खजूर 1500 रुपए प्रति किलो