Advertisment

Maha Kumbh 2025 : प्रयागराज में चलेंगी 550 इलेक्ट्रिक शटल बसें

Maha Kumbh 2025: विश्व के सबसे बड़े और प्रमुख धार्मिक समागम की तैयारियों को प्रशासन ने अंतिम रूप दे दिया है। महाकुंभ में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। सुगम यातायात सुविधा के लिए श्रद्धालुओं के लिए...

author-image
Mukesh Pandit
एडिट
महाकुंभ

Photograph: (google )

महाकुंभनगर वाईबीएन नेटवर्क विश्व के सबसे बड़े और प्रमुख धार्मिक समागम महाकुंभ में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। करोड़ों श्रद्धालुओं की सुगमता का ध्यान रखते हुए प्रशासन सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। इसमें सबसे बड़ी चुनौती श्रद्धालुओं के संगम क्षेत्र तक सकुशल पहुंचने की है। इसको ध्यान में रखकर शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप दिया जा रहा है। सड़क परिवहन विभाग मेले के दौरान 17 रूटों पर 550 इलेक्ट्रिक शटल बसें चलाने का निर्णय लिया है। 02 जनवरी को एयरपोर्ट से सिविल लाइंस के बीच इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल किया गया। 05 जनवरी से शटल सेवा विधिवत शुरू हो जाएगी।

Advertisment

19 किमी के सफर का किरया 35 रुपये किराया

बामरौली एयरपोर्ट से सिविल लाइंस के बीच 19 किलोमीटर के इस सफर का किराया महज 35 रुपये निर्धारित किया गया है। एयरपोर्ट से शहर आने के लिए पहले परिवहन विभाग की ओर से कोई सुविधा नहीं थी। लोगों को निजी वाहन से ही एयरपोर्ट आना-जाना पड़ता था, जो महंगा होने के साथ ही असुविधाजनक भी था। इस शटल बस सेवा से प्रयागराजवासियों को भी लाभ मिलेगा। दो जनवरी को सुबह पहली बस चली तो उसमें मात्र चार यात्री मिले, लेकिन बाद में यात्रियों की संख्या बढ़ गई। पहले दिन लगभग 500 यात्रियों ने बस सेवा का लाभ लिया।    

मुख्य स्नान पर्वों के दिन 24 घंटे चलेंगी शटल बसें

Advertisment

श्रद्धालुओं की भारी संख्या और उनकी सुविधा को देखते हुए सड़क परिवहन विभाग 550 शटल बसें चलाएगा। अधिकांश शटल बसें प्रयागराज आ चुकी हैं, उनके रूट और किराये का भी निर्धारण हो गया है। 05 जनवरी से प्रयागराज के अधिकतर रूटों पर शटल बस सेवा शुरू हो जाएगी। जिससे न्यूतम किराये पर श्रद्धालू और प्रयागराजवासी शहर के अंदर आसानी से सफर कर सकेंगे। ये शटल बसे सामान्य दिनों में सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक और मुख्य स्नान पर्वों पर 24 घंटे सेवाएं देंगी। शहर के अंदर लगभग 10 रूट और शहर के आस पास देहात के लगभग 17 रूटों पर शटल बसे चलेंगी।

महाकुंभ 2025
Advertisment
Advertisment