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तरावीह की नमाज़ Photograph: (YBN )
रमज़ान का आगाज़ होते ही मस्जिदों और इबादतगाहों में नमाजियों का हुजूम दिखने लगा है। शनिवार शाम रमज़ान का चांद होने के बाद से ही लोगों की भारी भीड़ इबादत में जुट गई है। लखनऊ के इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया स्थित जामा मस्जिद ईदगाह में एक साथ हजारों लोगों ने तरावीह की नमाज़ अदा की।
रहमतों और बरकतों का महीना है रमज़ान
इस्लामिक महीना रहमतों और बरकतों के साथ इबादत वाला माह है। इस पूरे महीने मुसलमान ज़्यादा से ज़्यादा निकायों को कमाना चाहता है। अक्सर इस बात को भी कहा जाता है कि इस महीने एक नेक अमल के बदले 70 गुना सवाब मिलता है। ऐसे में मुसलमान इस पूरे महीने खूब इबादत कर अच्छे अमल कमाता है। रमज़ान में रात को अदा होने वाली ईशा की नमाज़ के बाद तरावीह की नमाज़ होती है। यह नमाज़ आधे घंटे से लेकर 2 घंटे तक भी चलती है।
हिंदू मुस्लिम के बीच मोहब्बत की मांगी गई दुआ
लखनऊ की जामा मस्जिद ईदगाह में शनिवार रात पहली तरावीह अदा की गई। इस मौके पर ईदगाह का मैदान नमाजियों से खचाखच भरा रहा। बड़ी संख्या में लखनऊ के मुसलमान ऐशबाग स्थित ईदगाह की मस्जिद पहुंचकर तरावीह अदा किए। इस खास मौके पर इमाम ने मुल्क की तरक्की और हिन्दू मुस्लिम के बीच मोहब्बत की दुआ कराई।