नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
अगर आप भी विदेश में पढ़ाई करने का सपना सजा रहे हैं, तो ये जल्द ही साकार हो सकता है और वो भी एक दम फ्री में। दरअसल जर्मन सरकार ने इसके लिए एक योजना चलाई है। जिसके तहत भारतीयों को भी जर्मनी जैसे देश में पढने का मौका मिल सकता है।
एजुकेशन का हब बना जर्मनी
जर्मनी को हायर एजुकेशन के लिए दुनिया के सबसे बेहतरीन देशों में से एक माना जाता है। यहां पर भारत के हजारों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा जैसे देशों में पढ़ने के लिए जहां लाखों रुपये चाहिए होते हैं, इसके उलट जर्मनी में किफायती दाम में डिग्री हासिल की जा सकती है। इसकी एक वजह ये है कि जर्मनी में पब्लिक यानी सरकारी यूनिवर्सिटीज में किसी तरह की ट्यूशन फीस नहीं ली जाती है। ऐसे में अब जर्मनी छात्रों के बीच पॉपुलर हो रहा है।
इस योजना के तहत मिलेगा मौका
साल 2014 में जर्मनी सरकार ने एक स्कीम लॉन्च की थी। जिसके अनुसार विदेशी स्टूडेन्ट भी फ्री में पढ सकते हैं। यहां पर भारतीयों समेत विदेशी छात्र अंडरग्रेजुएट से लेकर पोस्टग्रेजुएट तक की पढ़ाई फ्री में कर सकते हैं। हालांकि, छात्रों को सिर्फ सेमेस्टर फीस के तौर पर 100 से 350 यूरो तक का भुगतान करना पड़ता है। जर्मनी में ये सुविधा सिर्फ सरकारी यूनिवर्सिटी में ही मिलती है।
इन विश्वविद्यालय में मिलेगा पढ़ाई का मौका
- लुडविग मैक्सिमिलियन यूनिवर्सिटी
- म्यूनिख टेक्निकल यूनिवर्सिटी
- हीडलबर्ग यूनिवर्सिटी
- हम्बोल्ट यूनिवर्सिटी
- फ्रीबर्ग यूनिवर्सिटी
- तुबिंगन यूनिवर्सिटी
- आरडब्ल्यूटीएच आचेन यूनिवर्सिटी
- कोलोन यूनिवर्सिटी
- मुंस्टर यूनिवर्सिटी
- हैम्बर्ग यूनिवर्सिटी
इन डॉक्यूमेंट्स की पडे़गी जरूरत
दुनिया के किसी भी यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है। यहां कुछ डॉक्यूमेंट की लिस्ट दी जा रही है जिनके आधार पर जर्मनी में एडमीशन मिलेगा।
- वैलिड पासपोर्ट
- यूनिवर्सिटी से मिला एडमिशन ऑफर लेटर
- अकेडमिक ट्रांसस्क्रिप्ट और सर्टिफिकेट
- भाषा आने का सबूत (जर्मन या अंग्रेजी भाषा टेस्ट स्कोर)
- ब्लॉक्ड अकाउंट (इस अकाउंट में आपको 11,208 यूरो सेविंग के तौर पर दिखाने होंगे)
- हेल्थ इंश्योरेंस
- वीजा एप्लिकेशन फॉर्म
जर्मनी में पढ़ाई के अलावा अन्य खर्चे
देश में पढ़ाई का खर्चा के अलावा अन्य खर्चे जैसे रहने- खाने का खर्चा आदि भी होगा। जिसका खर्चा स्टेडेंट को खुद ही उठाना पड़ेगा। यही वजह है कि सरकार ब्लॉक्ड अकाउंट की डिटेल्स मांगती है, ताकि स्टूडेंट्स इसमें जमा पैसे के जरिए अपने रहने-खाने का खर्च उठा सके। ये रही खर्चों की लिस्ट ...
- रहने का खर्च: 300 से 700 यूरो
- खाने का खर्च: 150 से 250 यूरो
- हेल्थ इंश्योरेंस: 90 यूरो
- ट्रांसपोर्ट: 50 से 100 यूरो
- अन्य खर्चें: 50 से 100 यूरो
- टोटल खर्च: 640 से 1240 यूरो