नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए बड़ी राहत भरी खबर है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने एक अहम निर्णय लेते हुए अब M.E. डिग्री धारकों को B.Ed. कॉलेजों में शिक्षक बनने की अनुमति दे दी है। इससे पहले केवल M.Ed. धारक ही इस पद के लिए पात्र माने जाते थे, लेकिन अब M.A./M.Sc. (शिक्षा) यानी Master of Education में डिग्री रखने वाले अभ्यर्थी भी इस भूमिका के लिए आवेदन कर सकेंगे।
NCTE के इस फैसले का उद्देश्य देश में शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और योग्य उम्मीदवारों के लिए रोजगार के नए अवसर खोलना है। यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसमें शिक्षक शिक्षा को सशक्त और बहुआयामी बनाने की बात कही गई है।
55 फीसदी अंक वाले शिक्षक पद के योग्य
NCTE ने इस बदलाव के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इसके अनुसार, किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से M.Ed. या M.A./M.Sc. (शिक्षा) में कम से कम 55% अंकों के साथ डिग्री प्राप्त उम्मीदवार अब B.Ed. कॉलेजों में शिक्षक पद के लिए पात्र होंगे। साथ ही अभ्यर्थी के पास संबंधित विषय में भी स्नातकोत्तर डिग्री होनी चाहिए। इस निर्णय से न केवल योग्य उम्मीदवारों को शिक्षक बनने का अवसर मिलेगा, बल्कि B.Ed. कॉलेजों में अध्यापकों की कमी को भी काफी हद तक दूर किया जा सकेगा। कई संस्थानों में लंबे समय से योग्य शिक्षकों की कमी देखी जा रही थी, जिससे अध्यापन की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा था।
युवाओं को मिलेगी बड़ी राहत
NCTE के अनुसार, देशभर में हजारों B.Ed. कॉलेज हैं और उनमें शिक्षकों की भारी आवश्यकता है। ऐसे में अब M.Ed. और M.A./M.Sc. (Education) डिग्रीधारी युवा दोनों इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं। यह फैसला उन युवाओं के लिए भी राहत की खबर है जो शिक्षा के क्षेत्र में उच्च अध्ययन करने के बाद भी सीमित करियर विकल्पों के कारण परेशान थे।
इस फैसले से जुड़ी विस्तृत जानकारी और शैक्षिक मानकों के विवरण के लिए उम्मीदवार NCTE की आधिकारिक वेबसाइट ncte.gov.in पर जाकर देख सकते हैं। यह बदलाव शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षक तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।