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Famous Music Duo सलीम-सुलेमान ने उस्ताद जाकिर हुसैन को समर्पित किया नया गाना 'श्रृंगार'

मशहूर संगीत जोड़ी सलीम-सुलेमान अपना नया गाना 'श्रृंगार' लेकर आ रही है। यह बहुत जल्द ही रिलीज होने वाला है। जिसे उन्होंने मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन को समर्पित किया है।  

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YBN News
SalimSulaiman

SalimSulaiman Photograph: (ians)

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मुंबई, आईएएनएस। मशहूर संगीत जोड़ी सलीम-सुलेमान अपना नया गाना 'श्रृंगार' लेकर आ रही है। यह बहुत जल्द ही रिलीज होने वाला है। जिसे उन्होंने मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन को समर्पित किया है।  

'भूमि 2025' एल्बम का नया गाना 'श्रृंगार'

गीत का प्रोमो सलीम मर्चेंट ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 'भूमि 2025' एल्बम का नया गाना 'श्रृंगार' सोमवार को रिलीज होगा। जल्द ही इसे अधिकतर ऑडियो प्लेटफॉर्म पर सुना जा सकेगा।गायिका-गीतकार श्रद्धा पंडित ने इसे लिखा है। 'श्रृंगार' एक क्लासिकल पॉप सॉन्ग है। इस गाने को गायक शंकर महादेवन ने अपनी आवाज दी है और रचना सलीम-सुलेमान ने की है।

तबला वादक जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि

संगीतकार जोड़ी के अनुसार ये उनकी ओर से दिवंगत तबला वादक जाकिर हुसैन को भावभीनी श्रद्धांजलि है। सलीम-सुलेमान उस्ताद जाकिर हुसैन साहब और शंकर महादेवन के साथ मिलकर एक गाना बनाना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो न सका।

गाने के बारे में बात करते हुए सलीम मर्चेंट ने कहा, "जाकिर भाई और शंकर भाई के साथ इस गीत को बनाने का विचार पिछले साल अक्टूबर के अंत में आया। नवंबर में सुलेमान और मैंने इसकी मूल धुन तैयार कर ली थी। शंकर को यह बहुत पसंद आई, लेकिन उन्होंने मुझे सलाह दी कि मैं इसे जाकिर भाई को न भेजूं क्योंकि उनकी तबियत ठीक नहीं थी। 15 दिसंबर को हम सबने उन्हें खो दिया। मैंने अपने पिता समान गुरु को खो दिया, यह मेरे और संगीत जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति थी। हमने उनके साथ यह गीत बनाने का फैसला किया था, इसलिए स्वाभाविक ही था कि हम इसे एक श्रद्धांजलि के रूप में बनाएं और उन्हें समर्पित करें।"

संगीत के जरिएसकारात्मकता फैलाने की कला

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शंकर महादेवन ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन बहुत महान कलाकार थे, उन्हें संगीत की असीम जानकारी थी। शंकर ने बताया कि मंच पर उनके साथ प्रस्तुति देने से लेकर दुनिया भर की यात्रा करने तक, उनकी उपस्थिति में हमने सिर्फ संगीत ही नहीं सीखा, बल्कि विनम्रता, सौहार्द, टीम वर्क और संगीत के जरिए सकारात्मकता फैलाने की कला भी सीखी।

उन्होंने कहा कि यह गाना उनकी तरफ से उस्ताद जाकिर हुसैन को एक ट्रिब्यूट यानी श्रद्धांजलि है।

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