टेलीविजन इंडस्ट्री में 'तेरा क्या होगा आलिया', 'कुंडली भाग्य', 'वारिस' और 'सपनों की छलांग' जैसे चर्चित शो से अपनी पहचान बना चुके अभिनेता नील समर्थ अब ओटीटी की दुनिया में धमाल मचाने को तैयार हैं। वह जल्द ही अतरंगी प्लेटफॉर्म पर 2 मई को रिलीज होने वाली वेब सीरीज 'सबसे बड़ा रुपैया' में मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। इस सीरीज में नील लखनऊ के लड़के की भूमिका में हैं, जो प्यार में पड़कर बैंक डकैती जैसे बड़े कदम उठाने को मजबूर हो जाता है।
ओटीटी कंटेंट पर नील ने खुलकर बात की
अपने किरदार, सीरीज की खासियत और ओटीटी कंटेंट पर नील ने खुलकर बात की। नील ने अपनी भूमिका के बारे में बताया, "मैं इस शो में एक ऐसे प्रेमी लड़के का किरदार निभा रहा हूं, जो अपनी प्रेमिका के लिए बड़े वारदात को अंजाम देता है। प्यार और साथ में बेहतर भविष्य के वादे और सपने के चलते वह बैंक डकैती करने की राह पर निकल पड़ता है।" bollywood movies | Bollywood | bollywood actress | Bollywood Awards not
'सबसे बड़ा रुपैया' टाइटल पर भी बात की
अभिनेता ने 'सबसे बड़ा रुपैया' टाइटल पर भी बात की और बताया, " 'सबसे बड़ा रुपैया' काफी आकर्षक है और यह आज के दौर में कई लोगों की सोच को भी दिखाता है। मैं व्यक्तिगत रूप से नहीं मानता कि पैसा ही सब कुछ है या जीवन में सबसे महत्वपूर्ण पैसा है, लेकिन इसे नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता।
एक अगरबत्ती या नारियल खरीदने जैसे छोटे काम के लिए भी पैसे की जरूरत पड़ती है। मैंने बहुत अमीर लोगों को दुखी देखा है, वहीं कुछ लोग कहते हैं, 'साइकिल पर रोने से बेहतर है मर्सिडीज में रोना'। यह मजेदार है, लेकिन यह भी दिखाता है कि लोग दुख में भी सुख-सुविधा चाहते हैं।"
सीरीज की शूटिंग लखनऊ में हुई
सीरीज की शूटिंग लखनऊ में हुई और नील ने अपने किरदार के लिए एकदम नया लुक अपनाया। उन्होंने कहा, "मैंने लखनऊ के टिपिकल देसी बॉय का लुक अपनाया है। मैंने बालों के लिए एक अनोखा रंग आजमाया और टी-शर्ट के ऊपर खुली शर्ट, कान में स्टड और थोड़ा रफ-टफ, स्मार्ट 'देसी मजनू' वाले अंदाज को अपनाया। इस लुक ने मुझे किरदार में पूरी तरह ढलने में बहुत मदद की।"
शानदार अदाकारी
सीरीज की खासियत के बारे में पूछे जाने पर नील ने कहा, "इस शो की सबसे बड़ी ताकत इसके किरदारों की मासूमियत और कलाकारों की शानदार अदाकारी है। लेकिन सबसे अहम है हमारे लेखक-निर्देशक राजीव मेहंदीरत्ता की शैली और उनका मार्गदर्शन। उनकी वजह से सब कुछ सुचारू रूप से चला और अपेक्षाओं से बढ़कर परिणाम मिले। शूटिंग को एक महीने में पूरा करना था, लेकिन कलाकारों की मेहनत, टीम की कुशलता और राजीव सर की अगुवाई में हमने इसे मात्र 14 दिनों में पूरा कर लिया।"
बोल्ड सीन और भाषा के इस्तेमाल पर साझा किए
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बिना सेंसरशिप के बोल्ड सीन और भाषा के इस्तेमाल पर नील ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "शुरुआत में मैं कैमरे पर अंतरंग दृश्य करने में हिचकिचाता था, लेकिन समय के साथ मैंने महसूस किया कि कहानियां अब बदल रही हैं। आज की कहानियां उन भावनात्मक और शारीरिक अंतरंगता को दर्शाती हैं, जो लोग असल जिंदगी में चाहते हैं। दर्शक अब सिर्फ आदर्श नायक-नायिका नहीं, बल्कि वास्तविकता, कमजोरी और भरोसेमंद भावनाएं देखना चाहते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि आज कंटेंट में अंतरंगता का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।
भावनात्मक गहराई
हर कहानी को इसकी जरूरत नहीं होती और जबरदस्ती डाले जाने पर यह कहानी के सार को कमजोर करता है। जैसा कि कहा जाता है, सुंदरता सूक्ष्मता और संयम में होती है। कुछ प्रोजेक्ट्स दर्शकों से नहीं जुड़ पा रहे, क्योंकि उनमें बोल्डनेस पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, जबकि भावनात्मक गहराई और मजबूत कहानी को नजरअंदाज किया जा रहा है। बदलाव स्वागत योग्य है, लेकिन तभी जब यह कहानी के उद्देश्य को पूरा करे।"