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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।Bhai Dooj 2025: भाई दूज का पर्व हर भाई-बहन के लिए विशेष महत्व रखता है। इसलिए इस मौके पर तिलक करने के लिए समय का ध्यान अवश्य रखें, बहनें भूलकर भी राहु काल में भाई का तिलक न करें। दिवाली के तीसरे दिन यानी 23 अक्टूबर 2025, गुरुवार को यह त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाई का तिलक कर उनकी लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और तरक्की की कामना करती हैं। साथ ही अपने हाथों से बने भोजन और मिठाइयों से भाई का स्वागत करती हैं। भाई भी अपनी बहन को आशीर्वाद और उपहार देकर प्यार जताते हैं।
उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें
पारंपरिक ज्योतिर्विद पं. चंदन श्यामनारायण व्यास के अनुसार, भाई को तिलक करते समय उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। उत्तर दिशा धन और स्थिरता की दिशा मानी जाती है, जबकि पूर्व दिशा ज्ञान, बुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा की दिशा है। इस वर्ष भाई दूज का शुभ तिलक मुहूर्त प्रातः 06:27 से 07:53 तक, लाभ मुहूर्त दोपहर 12:11 से 01:36 तक और अमृत मुहूर्त शाम 05:55 से 07:59 तक रहेगा। राहु काल दोपहर 01:37 से 03:03 तक है, इस समय तिलक नहीं करना चाहिए।
पूजा की थाली में रखें ये सामग्री
भाई दूज की पूजा थाली में सिंदूर, फूल, चावल, सुपारी, पान का पत्ता, चांदी का सिक्का, नारियल, फूल माला, मिठाई, कलावा, दूब घास और केला रखे जाते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार यमराज इसी दिन अपनी बहन यमुना के घर गए थे, जहां यमुना ने उनका तिलक कर आदर-सत्कार किया। तभी से यह परंपरा चली आ रही है।
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