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जननी सुरक्षा योजना
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
कहीं फ्लॉप ना हो जाए अभियान
जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत दी जाने वाली धनराशि का भुगतान अब मंत्र ऐप से होगा लेकिन गाजियाबाद में अधिकतर महिलाएं इतनी जागरूक नहीं है कि वह डिजिटल लेनदेन में महारत रखती हूं ऐसे में इस योजना का लाभ लाभार्थियों तक पहुंच पाएगा इसके बारे में संडे जताया जा रहा है हालांकि प्रशासन इसके लिए विशेष तैयारी की है।
मंत्र ऐप करेगा भुगतान
गर्भवती महिलाओं को प्रसव के बाद अब जननी सुरक्षा योजना की धनराशि का भुगतान मंत्र ऐप से होगा। इसके लिए गाजियाबाद की फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) को प्रसव पूर्व जांच के समय पर ही गर्भवती के आधार कार्ड, अकाउंट डिटेल और जन्म तिथि का विवरण दर्ज करना होगा। ताकि प्रसव के बाद डिस्चार्ज होने तक डीबीटी का भुगतान जच्चा के खाते में हो जाए। प्रदेश सरकार ने ट्रायल के रूप में वाराणसी, मिजार्पुर एवं लखनऊ मंडल में जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का भुगतान मंत्र ऐप के शुरू कराया था।
जौनपुर में हुआ था आरंभ
इसके बाद जनपद जौनपुर में जुलाई 2024 से मंत्र ऐप से भुगतान का काम शुरू हुआ। इस कार्य की सफलता के बाद अब मेरठ समेत 15 मंडलों में इस योजना को लागू किया जा रहा है। इसके लिए जिले के महिला अस्पताल, संयुक्त अस्पताल, लोनी सीएचसी, मुरादनगर सीएचसी को गर्भवतियों के पंजीकरण को मंत्र ऐप पर करने के साथ बैंच डिटेल, आधार और जन्म तिथि को भी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। ताकि वेरिफिकेशन के बाद वित्तीय वर्ष 2025-26 में मंत्र ऐप के माध्यम से जच्चा के खाते में भुगतान किया जा सके।
जननी हो रही है परेशान
मंत्र ऐप पर गर्भवती के पंजीकरण से पहले बच्चों के एक साल तक की पूरी जानकारी दर्ज होती है। फिलहाल जेएसवाई के अंतर्गत भुगतान होने से तिमारदारों को परेशान होना पड़ता है। महिला अस्पताल की सीएमएस डा. अलका शर्मा ने बताया कि सभी नर्सिंग स्टाफ और फार्मासिस्ट को एएनसी के समय पर मंत्र ऐप पर पूरा विवरण दर्ज करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है