गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
सिटी जोन के कविनगर थाना क्षेत्र में ई-रिक्शा और ऑटो की भिडंत में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस के एक हेड कांस्टेबल का बेटा घायल हो गया। बच्चा राजनगर स्थित इंग्राहम इंस्टीटयूट का छात्र था और हादसे के दिन उसका एग्जाम था। नोएडा के निजी अस्पताल में भर्ती बच्चे की हालत नाजुक है। इस संबंध में कविनगर थाने में दोनों वाहन चालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
ये है मामला
विजयनगर थाना क्षेत्र के प्रताप विहार सेक्टर 11 एफ ब्लाक में रहने वाले श्रवण कुमार सेंट्रल आर्म्ड फोर्स में हेड कांस्टेबल हैं। उनकी डयूटी गृहमंत्रालय की सुरक्षा में है। श्रवण का बेटा कुशाग्र चौहान राजनगर स्थित इंग्राहम इंस्टीटयूट में पढ़ता है। बीती 17 फरवरी को बेटा घर से स्कूल परीक्षा देने गया था। इंग्राहम स्कूल के सामने ही कुशाग्र जिस ई-रिक्शा में बैठा था उसकी और एक ऑटो की जबरदस्त भिडंत हो गई। इस हादसे में कुशाग्र गंभीर रूप से घायल हो गया। बच्चे के कई जगह फ्रेक्चर के साथ-साथ और भी कई गंभीर चोटें आईं। गंभीर हालत में कुशाग्र को नोएडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिवार वालों के मुताबिक उसकी हालत नाजुक है।
पिता ने कराई एफआईआर
इस मामले में पिता श्रवण कुमार की तरफ से कविनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक ई-रिक्शा के चालक की लापरवाही और ऑटो चालक के तेज गति से ऑटो को बेतहाशा दौड़ाने की वजह से ये हादसा हुआ है। पुलिस ने ई-रिक्शा चालक अजय और ऑटो चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
क्या राजनगर में अभी भी दौड़ रहे ई-रिक्शा?
पुलिस कमिश्नर ने पुराना बस अड्डे से डासना फ्लाई ओवर तक ई-रिक्शा के संचालक पर रोक लगा रखी है। पुलिसकर्मी के बेटे के साथ राजनगर में कमिश्नर के घर की ओर जाने वाले टी-प्वाइंट के पास ही ये हादसा हुआ है। सवाल ये कि जब इस इलाके में ई-रिक्शा का संचालक बेन है, तो पुलिसकर्मी का बेटा ई-रिक्शा से कैसे अपने स्कूल तक पहुंंचा या उसे स्कूल के पास कैसे ई-रिक्शा मिला? यानि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की बेपरवाही के चलते दोबारा इस इलाके में ई-रिक्शा संचालन शुरू हो गया है। जाहिर है कि कमिश्नर के आदेशों की पुलिसकर्मी अनदेखी कर रहे हैं।