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फाइल फोटो
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। कविनगर थाने में तैनात महिला उपनिरीक्षक (दरोगा) रिचा सचान की देर रात सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। घटना से पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है।
कानपुर की मूल निवासी
जानकारी के अनुसार, रिचा सचान 2023 बैच की युवा दरोगा थीं और मूल रूप से कानपुर नगर की निवासी थीं। वे वर्तमान में गाजियाबाद में अपनी ड्यूटी निभा रही थीं। बीती रात ड्यूटी समाप्त कर जब वह अपनी स्कूटी से लौट रही थीं, तभी कविनगर क्षेत्र में सड़क पर अचानक एक आवारा कुत्ता आ गया। कुत्ते को बचाने की कोशिश में रिचा का संतुलन बिगड़ गया और उनकी स्कूटी फिसलकर सड़क पर गिर गई। इस दौरान उनका सिर जोर से डिवाइडर से टकरा गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।
अस्पताल में मौत
राहगीरों ने आनन-फानन में उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 26 वर्षीय रिचा की असामयिक मौत की खबर सुनते ही पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। साथी पुलिसकर्मी और अधिकारियों ने गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि रिचा एक ईमानदार, मेहनती और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थीं, जिनका करियर अभी शुरू ही हुआ था।
पुलिस विभाग में शोक
घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) समेत अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि रिचा शर्मा बेहद सक्रिय और कर्तव्यपरायण थीं। उन्होंने कम समय में अपनी लगन और ईमानदारी से सभी का विश्वास जीता था। विभाग के अनुसार, यह न केवल पुलिस परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
परिवार में कोहराम
कानपुर नगर स्थित उनके पैतृक घर में हादसे की खबर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन विश्वास ही नहीं कर पा रहे कि चंद घंटों पहले तक हंसती-खिलखिलाती रिचा अब इस दुनिया में नहीं रहीं। परिवार ने सरकार से मांग की है कि रिचा की शहादत को देखते हुए उन्हें सम्मानजनक श्रद्धांजलि दी जाए और आवारा पशुओं के मुद्दे पर ठोस कदम उठाए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
आवारा कुत्तों फिर चर्चा में
इस हादसे ने एक बार फिर आवारा कुत्तों की समस्या को सामने ला दिया है। शहर की सड़कों पर आए दिन कुत्तों के अचानक सामने आ जाने से वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ जाता है और गंभीर हादसे हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम और प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए, ताकि किसी और परिवार को इस तरह का दर्द न सहना पड़े।
श्रद्धांजलि
आज सुबह कविनगर थाने में सहकर्मियों और अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पूरे थाने का माहौल गमगीन हो गया। पुलिसकर्मियों का कहना है कि रिचा शर्मा की कमी लंबे समय तक खलेगी। रिचा शर्मा की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक जागरूक करने वाली चेतावनी भी है कि हमें सड़क सुरक्षा, आवारा पशुओं के प्रबंधन और हेलमेट जैसे सुरक्षा उपकरणों के प्रयोग पर और अधिक ध्यान देना होगा। उनकी असमय मृत्यु ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है।