Advertisment

Ghaziabad: त्रिशताब्दी स्मृति वर्ष पर स्वयं भू शिव मंदिर में भव्य आयोजन

Ghaziabad: इस अवसर पर श्रद्धालुओं और स्वयंसेवकों ने स्वच्छता में भाग लिया तथा सायं 7 बजे दिव्य महाआरती में सम्मिलित होकर पुण्यश्लोक महारानी के लोककल्याणकारी जीवन को स्मरण किया।

author-image
Deepak Sharma
त्रिशताब्दी स्मृति वर्ष पर स्वयं भू शिव मंदिर में भव्य आयोजन
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में गाजियाबाद स्थित स्वयं भू शिव मंदिर, सी-ब्लॉक कविनगर में एक भव्य महाआरती एवं स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम श्रद्धा, सेवा और सनातन संस्कृति के मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाने का एक प्रेरणादायक प्रयास बना।

Advertisment

स्वच्छता से आरंभ, आरती से सम्पन्न

कार्यक्रम की शुरुआत मंदिर परिसर की स्वच्छता से हुई। बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं और स्वयंसेवकों ने इस अभियान में भाग लिया। इसके पश्चात सायं 7:00 बजे दिव्य महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होलकर जी के लोककल्याणकारी जीवन को श्रद्धापूर्वक स्मरण किया।

धर्म, सेवा और नारी शक्ति की प्रेरणा: मयंक गोयल

Advertisment

इस आयोजन की अध्यक्षता भाजपा के महानगर अध्यक्ष श्री मयंक गोयल ने की। उन्होंने कहा,“महारानी अहिल्याबाई होलकर जी का जीवन हमें धर्म, सेवा और नारी सशक्तिकरण की प्रेरणा देता है। उनका स्मरण केवल ऐतिहासिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना का जागरण है।”

सांस्कृतिक पुनर्जागरण की आवश्यकता: अनिल अग्रवाल

पूर्व राज्यसभा सांसद श्री अनिल अग्रवाल ने कहा,“अहिल्याबाई होलकर जी ने भारतीय संस्कृति की रक्षा और लोकसेवा के जो आदर्श प्रस्तुत किए, वे आज और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। इस प्रकार के आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।”

Advertisment

संस्कारों से जुड़ती युवा पीढ़ी: अजीत पाल त्यागी

गाजियाबाद विधायक श्री अजीत पाल त्यागी ने इस अवसर पर कहा,“ऐसे आयोजन गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने का माध्यम हैं। हमारे इतिहास की महान विभूतियों का स्मरण करना नई पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ता है।

राजधर्म का आदर्श स्वरूप थीं अहिल्याबाई: आशु वर्मा

Advertisment

पूर्व महापौर श्री आशु वर्मा ने महारानी अहिल्याबाई होलकर जी को सेवा, सदाचार और धर्मपालन की मूर्तिमान प्रतिमा बताते हुए कहा, “उनका जीवन और शासन आज के जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणास्रोत है।”

समापन में श्रद्धांजलि और संकल्प

कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं ने महारानी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और सनातन संस्कृति के मूल्यों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। आयोजन में भाजपा के वरिष्ठ नेता, महानगर एवं मंडल पदाधिकारीगण सहित संयोजक मंडल के सदस्य उपस्थित रहे।

Advertisment
Advertisment