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Ghaziabad: अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन

Ghazibad: इस कार्यक्रम ने उनके न्यायप्रिय नेतृत्व, सेवा भाव और समाज सुधार के कार्यों को समर्पित श्रद्धांजलि दी। युवा पीढ़ी को प्रेरित करने तथा समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश देते हुए यह आयोजन इतिहास और संस्कारों से जुड़ने का एक सशक्त माध्यम बना।

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Deepak Sharma
Ghaziabad: अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन
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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। ग़ाज़ियाबाद के परमहंस पब्लिक स्कूल, संजय नगर में 31 मई 2025 को भारत की महान समाजसेविका एवं युगप्रेरणा देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में गीताांजलि वेलफेयर एजुकेशनल समिति द्वारा भव्य विचार गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया और अहिल्याबाई होलकर के जीवन तथा उनके कार्यों पर अपने विचार रखे।

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मुख्य अतिथि का संबोधन: महिला सशक्तिकरण की प्रेरणा

मुख्य अतिथि श्रीमती मनीषा अहलावत, सदस्य, राज्य महिला आयोग, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर का जीवन नारी समाज के लिए प्रेरणा है। उनका न्यायप्रिय और सेवा भाव आज भी प्रासंगिक है। ऐसे आयोजन युवाओं को इतिहास और संस्कार से जोड़ने में सहायक हैं।

विशिष्ट अतिथियों के विचार: नेतृत्व और सेवा का आदर्श

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  • प्रदीप चौधरी, भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने नेतृत्व को सत्ता नहीं, सेवा और समर्पण में दिखाया। उनका योगदान इतिहास में अमिट है।
  • डॉ. रिचा सूद, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एवं शिक्षाविद ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर नारी शक्ति की मिसाल हैं, जिनसे शिक्षा और सेवा में प्रेरणा मिलती है।
  • बालकिशन गुप्ता, जिलाध्यक्ष, राष्ट्रीय व्यापार मंडल ने कहा कि उनका व्यापार, धर्म और संस्कृति का समन्वय आज के व्यापार जगत के लिए मार्गदर्शक है।

समाजसेवियों का योगदान: समता और न्याय की मिसाल

  • श्रीमती विभा रावत, वरिष्ठ समाजसेवी ने कहा कि अहिल्याबाई की दूरदर्शिता ने समाज के हर वर्ग को न्याय और समानता से जोड़ा।
  • श्रीमती बबली कसाना ने अपने विचारों में कहा कि उनकी शिक्षाएं आज के समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जिन्हें व्यवहार में लाना आवश्यक है।
  • पार्षद श्रीमती शीतल चौधरी ने कहा कि उनका जीवन सेवा और निष्ठा का संदेश देता है, जो आज भी जनसेवा का मूल मंत्र है।
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आयोजन का उद्देश्य और समापन

कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती वंदना चौधरी ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल स्मरण नहीं, बल्कि अहिल्याबाई होलकर के विचारों को व्यवहार में लाना है। युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेना चाहिए।

समिति की चेयरमैन श्रीमती रीता चौधरी ने भी नारी नेतृत्व की भूमिका और अहिल्याबाई के आदर्शों पर प्रकाश डाला। समाजसेवी एवं वरिष्ठ नागरिकों ने भी अहिल्याबाई होलकर के जीवन मूल्यों को अपनाने की जरूरत पर बल दिया।

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सम्मान और प्रेरणात्मक प्रदर्शनी

कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया। देवी अहिल्याबाई होलकर की स्मृति में एक प्रेरणात्मक प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें उनके जीवन की प्रमुख झलकियां प्रदर्शित की गईं।

पार्षद राजू चौधरी, शिरोमणि त्यागी, कौशल शर्मा, राम गुप्ता, एडवोकेट शबनम खान, पंडित अशोक भारतीय, आशु पंडित, राजकुमार चौधरी, सियाराम यादव, बीपी गर्ग समेत सैकड़ों मातृशक्ति कार्यक्रम में उपस्थित रही।

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