Advertisment

Allegation : जेल पर लगे आरोपों पर मचा घमासान, मां ने बताया निराधार

गाजियाबाद की जिला जेल एक बार फिर विवादों में घिर गई है। हाल ही में एक महिला द्वारा जेल अधीक्षक और स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए गए कि जेल में उसके पिता के साथ मारपीट की गई, कान का पर्दा फट गया और जमानत दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये की मांग की गई। इन आरोपों से

author-image
Syed Ali Mehndi
Untitled design_20250712_154338_0000

जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

गाजियाबाद की जिला जेल एक बार फिर विवादों में घिर गई है। हाल ही में एक महिला द्वारा जेल अधीक्षक और स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए गए कि जेल में उसके पिता के साथ मारपीट की गई, कान का पर्दा फट गया और जमानत दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये की मांग की गई। इन आरोपों से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। वहीं, अब इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है।

Screenshot_2025_0712_154103
पीड़िता की मां
Advertisment

पीड़िता की मां ने किया इनकार 

पीड़िता की मां ने सामने आकर बेटी के लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि उनकी बेटी किसी के बहकावे में आकर यह आरोप लगा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे स्वयं कई बार जेल जाकर मुलाकात कर चुकी हैं और कभी भी जेल प्रशासन से कोई परेशानी नहीं हुई।जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने भी इन आरोपों को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया। उन्होंने बताया कि जेल में बंद किसी भी बंदी के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की जाती, बल्कि सभी के साथ मानवाधिकारों के तहत व्यवहार किया जाता है। बीमार कैदियों को इलाज उपलब्ध कराया जाता है और मुलाकातियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती।

Advertisment

गंभीर आरोप

महिला द्वारा लगाए गए आरोपों में कहा गया था कि जेल प्रशासन ने नोएडा स्थित उनके प्लॉट को बेचने का दबाव डाला और धमकी दी कि जेल से छूटने पर जान से मार दिया जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया कि अधीक्षक का ड्राइवर बाहर आकर लाखों रुपये लेता है और इसकी वाट्सएप चैट भी उपलब्ध है।हालांकि अब बंदी के परिवार की ही एक सदस्य ने आरोपों का खंडन कर दिया है। बुजुर्ग महिला का कहना है कि उनकी बेटी किसी गलत व्यक्ति के संपर्क में आ गई है और इस मामले का इस्तेमाल कर किसी निजी स्वार्थ की पूर्ति की जा रही है।

Advertisment
Screenshot_2025_0712_154123
जेलर सीताराम शर्मा

आरोप बुनियाद 

जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल की छवि को धूमिल करने का यह षड्यंत्र है। "हमारी जिम्मेदारी बंदियों को सुरक्षा और सुविधा देना है, न कि उनकी जमानत कराना," उन्होंने कहा। फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर इस मामले की जांच जारी है। यदि आरोप गलत साबित होते हैं तो झूठी शिकायत करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई संभव है। जेल प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि गाजियाबाद जेल में बंदियों के अधिकारों का पूरा ध्यान रखा जाता है और किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाती।

Advertisment
Advertisment