गाजियाबाद वाईबीएम संवाददाता
500 करोड रुपए की जमीन एक बड़ी बात होती है ऐसे में अगर नगर निगम की सरकारी जमीन किसी ने 500 करोड रुपए की कीमत वाली बेच दी हो तो हड़कंप तो मचना ही चाहिए ऐसा ही कुछ नजारा दिखा जब मेयर सुनीता दयाल ने कमान संभाली और जा पहुंची नंदग्राम हालांकि इस मामले में कई तरह की चर्चाएं चल रही।
मेयर एक्शन मे
महापौर सुनीता दयाल द्वारा नगर निगम की भूमि पर कब्जा मुक्त कराने का कार्य किया जा रहा है जहाँ से भी सूचना मिलती है वहाँ स्वयं अधिकारियों को लेकर चली जाती है और ऐसे ही आज वार्ड 6 की पार्षद छाया त्यागी के आग्रह पर महापौर सुनीता दयाल नंदग्राम स्थित नगर निगम की भूमि को देखने नगर निगम के अधिकारियों के साथ पहुँची।
क्या इन खसरा नंबर पर है कब्जा
207,208,172,142,167,98,95,1082,87,88,113,117,60 व 74 को देखा जिसमे अधिकांश भूमि भूमाफियाओं के द्वारा बेच दी गयी
महापौर बोली ये है भू- माफिया
यह भूमि नंदग्राम से संगम विहार, राधा कुंज एवं सिहानी के जंगल की है। जिसमें मोके पर मकानों के कागज देखे तो पता चला कि रजिस्ट्री में कुछ खसरा है और कब्जा नगर निगम की भूमि पर दिया है
मुकेश त्यागी,अवधेश त्यागी,नंदू त्यागी,विनोद त्यागी,आर डी त्यागी, शिव कुमार त्यागी, धर्मपाल प्रजापति आदि के नाम बताए तो महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि आपके साथ भूमि बेचने के नाम पर धोखाधड़ी की गई है।
SHO नंदग्राम को किया तलब
रजिस्ट्री किसी खसरे की की है और कब्जा नगर निगम की भूमि पर दिया, महापौर ने नंदग्राम थानाध्यक्ष को बुलवाया और कहाँ की यह सब गरीब लोग है जिनको धोखाधड़ी से यह प्लॉट बेचे गए है इसके द्वारा प्लॉट बेचे वालो के खिलाफ तहरीर दी जाए और FIR जल्द से जल्द सुनिश्चित करें।
नगर निगम भी करेगा कानूनी कार्यवाही
महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि यह सभी भूमि को चिन्हित कर भूमि खाली कराने की कार्यवाही की जाएगी और भूमाफियाओं के खिलाफ पीड़ितो एवं नगर निगम के द्वारा FIR की कार्यवाही भी की जाएगी।
ऐसे ही कुछ माह पहले मरियम नगर में नगर नियम की 500 ग़ज भूमि पर मकान बनाकर तैयार किया गया था जिसमे नगर निगम द्वारा 8 लोगो की FIR की गई थी और भवन की सील भी किया गया था जिसमे आज मोके पर होस्टल चलता मिला और नगर निगम गाजियाबाद की सम्पत्ति लिखा गया था उसको छुपा दिया गया जिसको महापौर ने मौके पर ही हटवा कर देखा और वीडियो ग्राफी भी कराई और होस्टल संचालक को होस्टल खाली कराने को कहा गया।
होस्टल के मालिक ईश्वर त्यागी, आयूब मालिक आदि बताए गए यह खसरा न 133 व 134 है जो नगर निगम का है, उपरोक्त पर भी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।