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टीबी मुक्त अभियान
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त अभियान के तहत वर्ष-2024 में टीबी मुक्त घोषित जनपद की 24 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान सीडीओ ने बताया कि सम्मानित किए गए इन ग्राम प्रधानों में गांव डिडौली, बहादुरपुर, बंदीपुर, फिरोजपुर, ग्यासपुर, मतौर ब्लॉक, ढिंढ़ार, कुम्हेड़ा, शहजादपुर, सुराना, मकरेड़ा, दौसा, काजमपुर, चित्तौड़ा, नूरपुर, असदपुर नागल, मेवला भटटी, मुर्तजाबाद भूपखेड़ी, भनेड़ा खुर्द, महमूदपुर, याकूतपुर मवी, भिक्कनपुर, शमशेर, मथुरापुर शामिल हैं।
90 दिन में नए 6242 मरीज
वही बड़ी बात यह है कि पिछले 3 महीने यानी 90 दिन में नए 6242 मरीज सामने आए हैं जबकि सरकार का लक्ष्य था कि 2025 तक देश को टीबी मुक्त कर दिया जाएगा। गाजियाबाद तपेदिक रोग से मुक्त तो नहीं हुआ बल्कि 5000 नए मरीज सामने आ गए लेकिन इसके बावजूद भी सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
142 ग्राम पंचायत का है लक्ष्य
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने सभी ग्राम प्रधानों एवं सामाजिक संस्था प्रतिनिधियों का स्वागत किया। मुख्य विकास अधिकारी ने टीबी मुक्त घोषित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों की प्रशंसा करते हुए अपेक्षा की कि सभी ग्राम प्रधान अपने निकट की 5 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त होने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 142 ग्राम पंचायतों के साथ-साथ नगरीय इकाइयों को टीबी मुक्त करना जनपद प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए सभी का सहयोग अत्यंत आवश्यक है।
100 दिवसीय विशेष कार्यक्रम
सीडीओ ने बताया कि 100 दिवसीय विशेष टीबी खोज अभियान के अंतर्गत जनपद की कुल 6,24,797 आबादी को लक्षित किया गया था। इसके सापेक्ष अभियान के तहत कुल 7,97,869 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जो लक्ष्य का 130 प्रतिशत है। अभियान के अंतर्गत कुल 10,057 लोगों की नाट के माध्यम से जांच की गई, 5,875 लोगों की माइक्रोस्कॉपी की गई एवं 35,130 व्यक्तियों की एक्स-रे जांच की गई। इस दौरान कुल 6,242 नए रोगी खोजे गए। अभियान में जनपद के यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा एक मोबाइल एक्स-रे वैन उपलब्ध कराई गई, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों में क्षय रोगियों को एक्स-रे जांच की सुविधा उनके घर के पास ही मिली।