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Attack-छात्रों के हमलावरों पर कार्रवाई न होने से परिजनों में रोष

एक निजी स्कूल पर हुई घटना ने स्कूल प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि स्कूल से रेस्टीकेट किए गए छात्रों ने नाबालिग छात्र पार्थ शर्मा पर सरिया और डंडों से बेरहमी से हमला कर दिया। बीच बचाव करने आए दूसरे छात्र यश सिसोदिया

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Subhash Chand
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घायल छात्र पार्थ शर्मा Photograph: (Reporter)

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

एक निजी स्कूल पर हुई घटना ने स्कूल प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि स्कूल से रेस्टीकेट किए गए छात्रों ने नाबालिग छात्र पार्थ शर्मा पर सरिया और डंडों से बेरहमी से हमला कर दिया। बीच बचाव करने आए दूसरे छात्र यश सिसोदिया को भी आरोपियों ने नहीं बख्शा और उस पर भी जानलेवा हमला किया। मारपीट की घटना को लेकर एसीपी नंदग्राम उपासना पांडे का कहना है कि केस दर्ज किया गया है और आरोपियों की तलाश जारी है।

बेहोश होने तक की पिटाई 

जानकारी के मुताबिक पार्थ शर्मा नंदग्राम के एक निजी स्कूलों में पढ़ता है। 15 अक्टूबर को स्कूल के बाहर पहले से घात लगाए बैठे रेस्टीकेट छात्र उसके ऊपर टूट पड़े। उन्होंने लाठी, डंडे और सरिया से पार्थ को तब तक पीटा जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। जब यश सिसोदिया बीच-बचाव के लिए आगे आया तो उसे भी बेरहमी से पीटा गया। दोनों छात्रों को गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, उनकी स्थिति चिंताजनक है।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

पीड़ित छात्र पार्थ के भाई रोहित का आरोप है कि उन्होंने घटना के तुरंत बाद नंदग्राम थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी गहरी चिंता जताई है। परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन तथा पुलिस दोनों ही इस मामले में लापरवाही साबित हुए हैं।

बच्चों की जान को बताया खतरा

परिजनों ने कहा कि आरोपी छात्र पहले भी स्कूल में कई बार झगड़े और उत्पात की घटनाओं में शामिल रहे हैं। आरोपियों से बच्चों की जान को खतरा है। परिजनों ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो वे उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे।

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