Advertisment

Audacity: सीएम के आदेश की धज्जियां, बैंक नहीं दे रहे हैं युवाओं को लोन

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत ऋण लेने के लिए युवा बैंक के चक्कर काट रहे हैं पत्र होने के बावजूद युवाओं को ऋण नहीं मिल पा रहे हैं जिला उद्योग केंद्र की ओर से 419 युवाओं को चयनित करके बैंक भेज दिया गया लेकिन अभी तक बैंक की ओर से 29 ही आवेदकों

author-image
Syed Ali Mehndi
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत ऋण लेने के लिए युवा बैंक के चक्कर काट रहे हैं पत्र होने के बावजूद युवाओं को ऋण नहीं मिल पा रहे हैं जिला उद्योग केंद्र की ओर से 419 युवाओं को चयनित करके बैंक भेज दिया गया लेकिन अभी तक बैंक की ओर से 29 ही आवेदकों के ऋण की स्वीकृति मिल सकी है।

390 युवा काट रहे हैं बैंक के चक्कर

वही 6 आवेदकों को ही उद्यम स्थापित करने के लिए रकम दी गई है। ऐसे 390 युवा उद्यमी है जो बैंकों के चक्कर काट रहे हैं युवाओं का कहना है कि विभिन्न कारण बताकर उनके आवेदन को बैंक द्वारा निरस्त किया जा रहा है युवाओं के सबसे अधिक आवेदन स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में अटके हैं।

अधिकारी कहिन

जिला उद्योग उपयुक्त श्रीनाथ पासवान ने बताया कि आवेदकों के कागज पूरे कर रहे हैं फिर भी ऋण वितरण में देरी हो रही है आवेदन बैंक में अटके हैं तमाम आवेदन वजह बताएं बिना निरस्त कर दिए गए इसको लेकर लाभार्थी परेशान है मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत युवाओं को बिना ब्याज के 5 लख रुपए तक के ऋण की स्वीकृति मिलती है इससे विभिन्न ट्रेड में युवा रन लेकर अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं वहीं योजना के लागत का 10% लाभार्थी को समय लगाना होगा 

ऋण आवेदक
ऋण आवेदक

दोना पत्तल का काम करना था शुरू

Advertisment

ख़ुशी ने दोना पत्तल के कारोबार के लिए जिला उद्योग में आवेदन किया था जहां से आवेदन स्वीकृत करके बैंक ऑफ़ बड़ोदा भेज दिया गया लेकिन करीब 3 माह गुजर जाने के बाद भी उनको बैंक की ओर से लोन नहीं मिल सका है उन्होंने बताया कि बैंक जाने पर कागजातों की जांच की बात कह कर बार-बार डाला जा रहा है 

ऋण आवेदन
ऋण आवेदन

करना था बुटीक का कारोबार

लोनी के रहने वाले दीपक में बताएं कि जनवरी में उन्होंने बुटीक के कारोबार शुरू करने के लिए ऋण का आवेदन किया था आज 4 मार्च उधर जाने के बाद भी बैंक की ओर से निर्णय को लेकर ना तो कोई जानकारी दी गई ना हिरण पास हो सका है कई बार बैंक के चक्कर काटने के बाद अब उनका कारोबार से मन हट गया है

Advertisment
Advertisment