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Ghaziabad: विधायक संजीव शर्मा द्वारा बद्रीनाथ धाम में आयोजित श्रीमद भागवत कथा का हुआ विधिवत समापन

Ghaziabad: समापन दिवस पर हवन व भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। गाजियाबाद से आए 200 भक्तों सहित सभी श्रद्धालुओं का विधायक ने आभार व्यक्त किया और इस दिव्य आयोजन को भगवान की कृपा और संतों का आशीर्वाद बताया।

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Deepak Sharma
Ghaziabad: विधायक संजीव शर्मा द्वारा बद्रीनाथ धाम में आयोजित श्रीमद भागवत कथा का हुआ विधिवत समापन
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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। बद्रीनाथ धाम स्थित शिव बद्रिका धाम में शहर विधायक संजीव शर्मा, उनकी पत्नी ऋतु शर्मा, आशीष अग्रवाल और रूबी अग्रवाल के तत्वावधान में आयोजित सप्ताहिक श्रीमद भागवत कथा शनिवार को संपन्न हुई। कथा वाचन कथा व्यास अभिषेक भाई जी (बालाजी धाम आश्रम, आगरा) द्वारा किया गया।

राजा परीक्षित मोक्ष प्रसंग ने बांधा श्रद्धालुओं का मन

अंतिम दिवस पर कथा व्यास ने राजा परीक्षित और शुकदेव जी के संवाद का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि कैसे कलियुग के प्रभाव में आकर राजा परीक्षित ने समाधि में लीन ऋषि समीक का अपमान किया और फिर ऋषिपुत्र के श्राप से मृत्यु के भय में भागवत श्रवण कर मोक्ष प्राप्त किया। इसी प्रसंग से सप्ताहिक भागवत कथा परंपरा की शुरुआत मानी जाती है।

हवन में दी गई विश्व कल्याण की आहुति

कथा के पश्चात विश्व शांति एवं सुख-समृद्धि की कामना से हवन का आयोजन किया गया, जिसमें संजीव शर्मा दंपति व अग्रवाल परिवार ने विधिवत आहुतियां दीं। धार्मिक विधानों के बीच श्रद्धालुओं ने पूर्ण श्रद्धा से भाग लिया।

हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया

हवन उपरांत आयोजित विशाल भंडारे में हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे में दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने भागवत कथा श्रवण के साथ-साथ प्रसाद का आनंद लिया।

गाजियाबाद से आए 200 श्रद्धालुओं का किया धन्यवाद

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विधायक संजीव शर्मा ने गाजियाबाद से साथ आए लगभग 200 श्रद्धालुओं का विशेष आभार व्यक्त किया और कहा, “बद्रीनाथ धाम जैसे पुण्यभूमि पर कथा का आयोजन प्रभु की कृपा से ही संभव हो पाया। जो आनंद यहां श्रीमद भागवत कथा से मिला, वह शब्दों में नहीं बताया जा सकता।”

कथा व्यास अभिषेक भाई को दिया विशेष धन्यवाद

संजीव शर्मा ने कथा व्यास अभिषेक भाई जी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनके मुखारविंद से भागवत कथा श्रवण कर आत्मा को परम शांति का अनुभव हुआ। उन्होंने कथा आयोजन को सफल बनाने वाले सभी सहयोगियों, भक्तों और आयोजकों को भी धन्यवाद दिया।

भक्ति, श्रद्धा और समर्पण से परिपूर्ण रहा आयोजन

पूरे सप्ताह चले इस आयोजन में भक्ति, श्रद्धा, और सेवा की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दी। भागवत कथा के साथ आध्यात्मिक वातावरण में डूबे श्रद्धालुओं ने अंत तक कथा का रसपान किया।

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