/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/05/untitled-design_20250905_172202_0000-2025-09-05-17-23-34.jpg)
डीपी यादव के बेटे की शादी
गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद के राजनगर स्थित आर्य समाज मंदिर में शुक्रवार को एक चर्चित विवाह समारोह संपन्न हुआ। इस विवाह की चर्चा पूरे जनपद में इसलिए रही क्योंकि दूल्हे के रूप में डीपी यादव के बेटे विकास यादव ने जीवनसंगिनी के रूप में हर्षिका का हाथ थामा। समारोह बेहद सादगीपूर्ण और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ सम्पन्न हुआ, लेकिन राजनीतिक और सामाजिक हलकों में यह विवाह खासा सुर्खियों में रहा।गौरतलब है कि विकास यादव का नाम देश के सबसे चर्चित आपराधिक मामलों में से एक नीतीश कटारा हत्या कांड से जुड़ा हुआ है। वर्ष 2002 में हुए इस हत्याकांड में अदालत ने विकास यादव को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वर्तमान में वह तिहाड़ जेल में सजा काट रहा है और शादी के अवसर पर उसे अदालत से कुछ दिनों की पैरोल मिली है।
पारिवारिक कार्यक्रम
शादी का आयोजन परिवार के करीबी लोगों की मौजूदगी में किया गया। सूत्रों के अनुसार, परिवार ने कार्यक्रम को बेहद गोपनीय रखा और किसी बड़े राजनीतिक या प्रशासनिक चेहरे को आमंत्रित नहीं किया गया। सुरक्षा कारणों से पुलिस की मौजूदगी भी आसपास देखी गई। विवाह की औपचारिकताएँ आर्य समाज मंदिर में संपन्न कराई गईं, जहाँ वैदिक मंत्रोच्चारण और पारंपरिक रस्मों के बीच विकास और हर्षिका ने सात फेरे लिए।डीपी यादव, जो कभी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रभावशाली नाम रहे हैं, इस अवसर पर पूरे परिवार के साथ मौजूद रहे। शादी में शामिल हुए नजदीकी रिश्तेदारों और मित्रों ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद दांपत्य जीवन की कामना की।
नीतीश कटारा हत्याकांड
नीतीश कटारा हत्याकांड में दोषी ठहराए जाने के कारण विकास यादव का यह विवाह न केवल गाजियाबाद बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, पैरोल पर बाहर रहते हुए किसी भी तरह की गतिविधि के लिए अदालत से अनुमति लेनी पड़ती है, और विवाह समारोह इसी अनुमति के तहत संपन्न हुआ।स्थानीय लोगों की राय इस विवाह को लेकर बंटी हुई नजर आई। कुछ ने इसे परिवार का निजी मामला मानते हुए अधिक तूल न देने की बात कही, तो वहीं कई लोगों का कहना था कि इतने चर्चित मामले में दोषी ठहराए गए व्यक्ति की शादी को सार्वजनिक रूप से संपन्न कराना समाज में गलत संदेश दे सकता है।
बेहद चर्चित मामला
फिलहाल, शादी के बाद विकास यादव को तय समय पर जेल प्रशासन के समक्ष वापस तिहाड़ पहुँचना होगा। कानूनी प्रक्रिया के चलते उसकी स्वतंत्रता सीमित रहेगी, लेकिन इस विवाह ने एक बार फिर नीतीश कटारा हत्याकांड और उससे जुड़े विवादों को लोगों की चर्चा का विषय बना दिया है।इस पूरे आयोजन ने गाजियाबाद शहर को सुर्खियों में ला दिया है। चाहे इसे परिवार का निजी आयोजन माना जाए या फिर एक चर्चित मामले की नई कड़ी, इतना निश्चित है कि विकास यादव और हर्षिका का विवाह लंबे समय तक राजनीतिक और सामाजिक गलियारों में चर्चा का केंद्र बना रहेगा।