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Ghaziabad: बाबा साहेब के अपमान पर भड़की भाजपा, अखिलेश यादव से सार्वजनिक माफ़ी की मांग

भाजपा नेताओं ने कहा कि यह राजनीतिक नौटंकी अब बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने अखिलेश यादव से सार्वजनिक माफी की मांग की और चेताया कि डॉ. अंबेडकर के सम्मान के साथ कोई भी समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।

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Deepak Sharma
Ghaziabad: बाबा साहेब के अपमान पर भड़की भाजपा, अखिलेश यादव से सार्वजनिक माफ़ी की मांग
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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल के नेतृत्व में आज भाजपा ने नवयुग मार्केट स्थित अंबेडकर पार्क में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समाजवादी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा बाबा भीमराव अंबेडकर का अपमान करने के विरोध में प्रदर्शन किया।

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उनका मानना है डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महामानव की तस्वीर से छेड़छाड़ कर उसमें अपनी तस्वीर जोड़ना समाजवादी पार्टी और उसके प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा किया गया अत्यंत निंदनीय और दुर्भावनापूर्ण कृत्य है। यह न केवल एक घटिया राजनीतिक नौटंकी है, बल्कि करोड़ों दलितों के आत्मसम्मान, संघर्ष और अस्मिता पर सीधा हमला है।

अखिलेश यादव देश से माफी मांगें: मयंक गोयल

महानगर भाजपा अध्यक्ष मयंक गोयल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा: "अखिलेश यादव का यह कृत्य दलित समाज के साथ धोखा है। समाजवादी पार्टी को बाबा साहेब की छवि का राजनीतिक उपयोग तुरंत बंद करना चाहिए और अखिलेश यादव को देश से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।"

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दलित समाज की चेतना पर हमला: अशोक संत

अनुसूचित समाज के राष्ट्रीय नेता अशोक संत ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा: "अखिलेश यादव का यह कदम न केवल बाबा साहेब के आदर्शों का उपहास है, बल्कि दलित समाज की चेतना पर भी आघात है। समाजवादी पार्टी को यह समझना होगा कि बाबा साहेब किसी पार्टी विशेष की नहीं, बल्कि राष्ट्र की धरोहर हैं। हम इस तरह के राजनीतिक स्टंट्स का पुरजोर विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि अखिलेश यादव दलित समाज से माफी मांगें तथा अपनी मंशा स्पष्ट करें।"

"सिर्फ पोस्टर और भाषण नहीं, चाहिए सच्चा प्रतिनिधित्व"

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अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष अमित कल्याणी ने सवाल उठाया: "आज तक समाजवादी पार्टी में किसी भी दलित नेता को शीर्ष नेतृत्व क्यों नहीं सौंपा गया? क्या दलित समाज केवल पोस्टर और भाषणों के लिए है? दलित समाज अब प्रतीकों के छलावे में नहीं आने वाला। वे अब सच्चे प्रतिनिधित्व और सम्मान की मांग कर रहे हैं।"

साजिश है अंबेडकर के विचारों को कमजोर करने की: सांसद अतुल गर्ग

सांसद अतुल गर्ग ने कहा, "यह प्रयास बाबा साहेब के विचारों को कमजोर करने और उन्हें एक राजनीतिक औज़ार बनाने की साजिश है। भाजपा दलित समाज के साथ खड़ी है और इस प्रकार की हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब देगी।"

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"अखिलेश की चुप्पी, उनकी सहमति का संकेत"

विधायक अजीत पाल त्यागी ने कहा: "अखिलेश यादव की चुप्पी इस अपराध में उनकी सहमति को दर्शाती है। बाबा साहेब का अपमान अब सहन नहीं किया जाएगा।"

संविधान और सामाजिक न्याय का अपमान: विधायक संजीव शर्मा

विधायक संजीव शर्मा ने कहा: "डॉ. अंबेडकर की तुलना कोई नहीं कर सकता। उनके साथ की गई कोई भी छेड़छाड़ संविधान और सामाजिक न्याय के मूल्यों के खिलाफ है।"

दलित समाज जाग चुका है: सुशील गौतम

भाजपा महामंत्री सुशील गौतम ने कहा: "दलित समाज अब जाग चुका है। वे इस प्रकार की दिखावटी राजनीति को पहचान चुके हैं और भाजपा के साथ खड़े हैं जो उन्हें सच्चा सम्मान देती है।"

पूर्व अध्यक्ष विजय मोहन ने कहा: "बाबा साहेब के विचारों और उनके योगदान को समाजवादी पार्टी ने हमेशा नजरअंदाज़ किया। अब उन्हें अपना चेहरा चमकाने के लिए इस्तेमाल करना उनकी दोहरी राजनीति को उजागर करता है।"

पार्षद राजीव शर्मा ने कहा: "हम हर उस मंच पर विरोध दर्ज कराएंगे जहाँ बाबा साहेब के सम्मान को ठेस पहुँचाई जाएगी।"

भाजपा मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने अंत में कहा:"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि पंचतीर्थों के निर्माण और भीम ऐप जैसी पहलों के ज़रिए दी है। यही सच्चा सम्मान है, न कि राजनीतिक छवि चमकाने के लिए किया गया छद्म प्रयास।"

भारतीय जनता पार्टी यह स्पष्ट करती है कि बाबा साहेब के सम्मान पर किसी भी प्रकार का राजनीतिक सौदा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दलित समाज के अपमान का हर स्तर पर पुरजोर विरोध किया जाएगा।

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