गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी गाजियाबाद महानगर द्वारा संगठन पर्व 2024-25 के अंतर्गत मण्डल समिति एवं शक्तिकेन्द्र संयोजक गठन की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक धरातल पर उतारने हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन भाजपा कार्यालय, नेहरू नगर में किया गया। बैठक की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में जिला प्रवासी गजेन्द्र मावी उपस्थित रहे।
बैठक में मण्डल प्रभारी, नवनियुक्त मण्डल प्रवासी, मण्डल अध्यक्ष सहित सरदार एस.पी. सिंह, अभियान संयोजक सुशील गौतम, बॉबी त्यागी, बलदेव राज शर्मा समेत सभी प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे। बैठक का संचालन महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने किया।
संगठन में सामाजिक समरसता और क्षेत्रीय संतुलन पर जोर
जिला प्रवासी गजेन्द्र मावी ने अपने संबोधन में कहा, “भारतीय जनता पार्टी की संगठनात्मक मजबूती तभी संभव है जब हम सामाजिक समरसता, क्षेत्रीय संतुलन एवं कार्यकर्ता आधारित प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दें। मण्डल गठन प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए, जिसमें प्रत्येक शक्ति केन्द्र से पदाधिकारी सम्मिलित हों और महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति व पिछड़ा वर्ग को 50% से अधिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए।”
महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने अपने मार्गदर्शन में कहा कि पार्टी के दिशा-निर्देशों का पूर्णतः पालन करते हुए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मण्डल कार्यसमिति में 40% नये चेहरे हों, सभी शक्ति केन्द्रों को प्रतिनिधित्व मिले और एक भी कार्यकर्ता न छूटे। उन्होंने इसे भाजपा की संगठनात्मक शक्ति का मूल आधार बताया।
मण्डल समिति गठन की मुख्य विशेषताएँ:
1. मण्डल कार्यसमिति में अधिकतम 60 सदस्य होंगे, जिनमें 15 पदाधिकारी और सभी शक्तिकेन्द्र संयोजक पदेन सदस्य के रूप में शामिल होंगे।
2. प्रत्येक शक्ति केन्द्र से एक पदाधिकारी अनिवार्य रूप से शामिल किया जाएगा।
3. महिला, अनुसूचित जाति/जनजाति एवं पिछड़े वर्गों को 50% प्रतिनिधित्व दिया जाएगा, जिसमें कम से कम 5 महिला पदाधिकारी और 4 अनुसूचित जाति/जनजाति पदाधिकारी अनिवार्य होंगे।
4. मीडिया प्रभारी, आई.टी. संयोजक एवं सोशल मीडिया संयोजक की नियुक्ति स्थायित्व के आधार पर की जाएगी।
5. पूर्ववर्ती शक्ति केन्द्र संयोजकों का मूल्यांकन कर, संतोषजनक कार्य प्रदर्शन होने पर उन्हें पुनः यथावत रखा जाएगा।
पारदर्शिता और भागीदारी पर जोर:
महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह बैठक संगठन पर्व के तहत एक ऐतिहासिक कदम है, जिसका उद्देश्य सभी सामाजिक वर्गों को साथ लेकर चलना है। उन्होंने कहा, “पार्टी नेतृत्व का स्पष्ट निर्देश है कि संगठन का हर निर्णय जमीनी कार्यकर्ताओं की भागीदारी और पारदर्शिता के साथ लिया जाए।”
अगले चरण की कार्ययोजना:
बैठक के अंत में सभी मंडल प्रभारी, प्रवासी व अध्यक्षों को मण्डल और शक्ति केन्द्र के गठन हेतु आवश्यक प्रारूप, सदस्य सूची, तथा सामाजिक संरचना के आधार पर नाम प्रस्तावित करने के निर्देश दिए गए। इन प्रस्तावित नामों का अनुमोदन निर्धारित समय सीमा में क्षेत्रीय नेतृत्व द्वारा किया जाएगा।