गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। भाजपा सत्ता में है और उसकी लोकप्रियता चरम पर है। हर कोई पार्टी से जुड़ना चाहता है, और उसके कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ती है। इसी क्रम में सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने के लिए भाजपा ने पूरे देश में शौर्य तिरंगा यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। हाईकमान के निर्देश पर इस यात्रा का आयोजन भव्य तरीके से किया जा रहा है, लेकिन गाजियाबाद के शालीमार गार्डन मंडल में इस यात्रा को लेकर भाजपा का प्रोटोकॉल टूटता नजर आ रहा है।
होर्डिंग्स से गायब शीर्ष नेतृत्व
भाजपा शालीमार गार्डन मंडल अध्यक्ष अशोक भाटी ने यात्रा की तैयारी में क्षेत्र में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगवाए हैं। इन होर्डिंग्स में महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा और पीएम नरेंद्र मोदी की बड़ी तस्वीरें तो हैं, लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष और पश्चिम क्षेत्रीय अध्यक्ष की तस्वीरें पूरी तरह से नदारद हैं।
इतना ही नहीं, जब सेना का सम्मान और शौर्य की बात होती है तो देश के रक्षा मंत्री का ज़िक्र आना स्वाभाविक है, मगर इन होर्डिंग्स में रक्षा मंत्री की तस्वीर भी नदारद है। यह मामला अब पार्टी के अंदर चर्चा का विषय बन गया है।
पार्टी में उठे सवाल
भाजपा के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सवाल उठाए हैं कि जब यह यात्रा पार्टी के बैनर तले हो रही है, तो फिर शीर्ष नेतृत्व को होर्डिंग्स से क्यों गायब कर दिया गया? क्या यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं है? क्या मंडल अध्यक्ष अपनी मनमानी कर रहे हैं?
भाजपा नेतृत्व की प्रतिक्रिया का इंतजार
फिलहाल, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही इस पर एक स्पष्टीकरण दिया जा सकता है।
क्या मंडल स्तर पर इस तरह का निर्णय लेना पार्टी की एकता को कमजोर कर सकता है? यह सवाल अब भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच गूंज रहा है।