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Blood letter : महिला पार्षद ने क्यों लिखा खून से पत्र

पूर्व पार्षद जाकिर सैफई का कहना है कि उन्हें और उनकी वार्ड की पार्षद रुखसाना सैफी को पुलिस ने नजर बंद कर दिया है। उनका आरोप है कि पुलिस उन्हें उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के आयोजित होने कार्यक्रम में जाने नहीं दे रही है। कैलाभट्ठा में पानी की समस्या को

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Syed Ali Mehndi
खून से पत्र

खून से पत्र

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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

पूर्व पार्षद जाकिर सैफई का कहना है कि उन्हें और उनकी वार्ड की पार्षद रुखसाना सैफी को पुलिस ने नजर बंद कर दिया है। उनका आरोप है कि पुलिस उन्हें उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के आयोजित होने कार्यक्रम में जाने नहीं दे रही है। कैलाभट्ठा में पानी की समस्या को लेकर वार्ड 95 की पार्षद रुकसाना सैफी ने अपने खून से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने बार-बार शिकायत के बाद भी जलकल विभाग की ओर से पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त नहीं करने का आरोप लगाया है। पार्षद रुकसाना सैफी ने बताया कि कैलाभट्ठा में लंबे समय से पानी की समस्या सो लोग परेशान हैं। बताया कि क्षेत्र के लोग उनके घर के बाहर प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

पुलिस के पहरे में 

गाजियाबाद पुलिस ने पार्षद रुखसाना सैफी और पूर्व पार्षद जाकर सैफी को घर में नगर बंद कर दिया इस संबंध में जाकर सैफई का कहना है कि पुलिस उन्हें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलने नहीं दे रही है सुबह से ही उनके घर और कार्यालय पर पुलिस का पहरा है।

 कई बार की शिकायत

व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कई बार नगर निगम के अधिकारियों के यहां शिकायत की गई, लेकिन यहां की पेयजल समस्या जस की तस है। कैलाभट्ठा की करीब 20 हजार की आबादी पेयजल की समस्या से परेशान हैं। यहां एक से दो घंटे ही पानी की सप्लाई हो रही है। उसमें भी बदबू आ रही है। यहां के कई इलाकों में सीवर लाइन टूट गई है। गर्मी के दिनों में पेयजल समस्या और गंभीर हो जाती है। लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। लोग बाजार से पानी खरीदकर पीने को विवश हैं। सबसे अधिक समस्या लालटेन फैक्टरी, गली नंबर 13, गली नंबर दो, तीन व रेलवे लाइन के किनारे रहने वाले लोगों को उठानी हो रही है।

नहीं हो रहे विकास कार्य

पार्षद ने अपने पत्र में लिखा है कि उनके वार्ड में विकास कार्यों को नहीं कराया जा रहा है। यहां की सड़कें टूटी हैं। जलभराव की समस्या हमेशा बनी रहती है। क्षेत्र के पार्क जर्जर हो चुके हैं। सड़कों पर सीवर का पानी बहता रहता है। इस संदर्भ में उच्चाधिकारियों से जब शिकायत की जाती है, तो गलत रिपोर्ट लगाकर मामले को दबा दिया जाता है। कोई भी अधिकारी कैलाभट्ठा आकर नगर निगम के विकास के दावों को देख सकता है।

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