Advertisment

Bulldozer : मंदिर के पास आखिर क्यों चला बाबा का बुलडोजर

नगर निगम गाजियाबाद ने शहर को अतिक्रमण मुक्त कराने की दिशा में बड़ी कार्रवाई करते हुए अर्थला क्षेत्र में निगम की भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई दुकानों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न्यायालय उपजिलाधिकारी गाजियाबाद के आदेश के क्रम में नगर निगम के संपत्ति

author-image
Syed Ali Mehndi
Untitled design_20250819_133111_0000

अतिक्रमण ध्वस्त

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता

नगर निगम गाजियाबाद ने शहर को अतिक्रमण मुक्त कराने की दिशा में बड़ी कार्रवाई करते हुए अर्थला क्षेत्र में निगम की भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई दुकानों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न्यायालय उपजिलाधिकारी गाजियाबाद के आदेश के क्रम में नगर निगम के संपत्ति विभाग व मोहन नगर जोन टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई। बताया गया कि राधा कृष्ण मंदिर के समीप खसरा नंबर 1064 की भूमि पर लंबे समय से अवैध कब्जा करते हुए 12 दुकानें बना ली गई थीं। मंगलवार को निगम अधिकारियों ने सख्ती दिखाते हुए इनमें से आठ दुकानों को जेसीबी की मदद से जमींदोज कर दिया, जबकि शेष चार दुकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई बुधवार को की जाएगी।

टीम रही मौजूद 

कार्रवाई के दौरान जोनल प्रभारी मोहन नगर आरपी सिंह, संपत्ति अधीक्षक रामशंकर सहित नगर निगम की पूरी टीम मौके पर मौजूद रही। निगम प्रशासन का कहना है कि कब्जा मुक्त कराई गई भूमि का क्षेत्रफल लगभग 200 वर्ग मीटर है, जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ रुपये आंकी गई है। यह भूमि काफी समय से अवैध कब्जाधारियों के चंगुल में थी, जिसकी शिकायतें नगर निगम को लगातार मिल रही थीं। नागरिकों द्वारा बार-बार की गई शिकायतों और न्यायालय के आदेश के बाद निगम ने सख्त कार्रवाई कर जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया।

अवैध कब्जा ध्वस्त 

अपर नगर आयुक्त जंग बहादुर यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि महापौर तथा नगर आयुक्त के निर्देश पर निगम की संपत्ति को अवैध कब्जों से मुक्त कराने का अभियान लगातार चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अर्थला क्षेत्र की भूमि को मुक्त कराया गया है। उन्होंने बताया कि कब्जा धारकों द्वारा दुकानों का निर्माण पूरी तरह अवैध था और निगम को भारी नुकसान हो रहा था। निगम की ओर से अतिक्रमणकारियों पर 57 लाख रुपये का जुर्माना भी क्षतिपूर्ति के तौर पर लगाया गया है, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति नगर निगम की संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा करने की हिम्मत न जुटा सके।

व्यापक अभियान

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह ने स्पष्ट किया कि शहर हित में निगम की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने का अभियान तेज किया गया है। उन्होंने कहा कि कई वार्डों में जहां निगम की भूमि है, वहां व्यापक अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि वे नगर निगम की भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न करें, अन्यथा कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इस कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो सके। मौके पर मौजूद लोगों ने निगम की इस कार्रवाई का समर्थन किया और कहा कि शहर की सुंदरता व सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए अवैध अतिक्रमण हटाना बेहद जरूरी है। वहीं, जिन लोगों की दुकानें ध्वस्त हुईं, उन्होंने कुछ विरोध जताने की कोशिश की लेकिन प्रशासन की सख्ती के आगे उनकी एक न चली।

अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं

Advertisment

गौरतलब है कि गाजियाबाद शहर में पिछले कुछ वर्षों से नगर निगम की भूमि पर अवैध कब्जों की समस्या लगातार बढ़ रही थी। अनेक लोग निगम की जमीन पर अवैध निर्माण कर दुकानों, गोदामों और मकानों का निर्माण कर रहे थे। नगर निगम ने अब सख्ती दिखाते हुए ऐसे कब्जों को हटाने का अभियान शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में अन्य स्थानों पर भी इसी तरह की कार्रवाई होगी और अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन को निगम के कब्जे में लेकर जनहित के कार्यों में उपयोग किया जाएगा। नगर निगम की इस कार्रवाई के बाद अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया है। शहरवासियों का कहना है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से ही शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाया जा सकता है। निगम प्रशासन ने भी साफ संकेत दिया है कि चाहे कब्जाधारी कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, नगर निगम की भूमि पर अवैध कब्जा कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Advertisment
Advertisment