गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
जिले में रहने वाले उन गाजियाबादियों के लिए ये खबर बड़ा सकून देने वाली है। सुकून उनके लिए जो यहां की एक पुनारी मार्कोकेट में दशकों से जाते हैं, मगर उसके नाम का अर्थ जानने के बाद ये सोचते हैं कि इसका नाम ये क्यों है ? दरअसल, गाजियाबाद के एक पुराने बाजार का अर्थ अरबी भाषा में है तो मिट्टी, मगर उसका मूल्य गाजियाबादियों की निगाह में बेहद अहम है। जल्द ही नगर निगम इसी बाजार का नामकरण सीताराम बाजार के रूप में घोषित करके शहर वासियों को एक बेहतरीन सौगात देने जा रहा है। शहर के बीचोंबीच बने इस बाजार को नई पहचान देने की तैयारियों पर मुहर लगाने के साथ-साथ इसी बाजार के एक नामचीन चौक को अयोध्या के नाम से जोड़ने की तैयारी हो रही है।
तुराब नगर बाजार बनेगा सीताराम चौक
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बीजेपी पार्षद नीरज गोयल ने पिछले काफी समय से अपने क्षेत्र के तुराब नगर बाजार का नाम सीताराम बाजार कराने की कोशिश कर रहे थे। इसी कवायद के तहत सोमवार को नीरज गोयल ने महापौर सुनीता दयाल से मुलाकात की। और अनुरोध किया कि आगामी होने वाली नगर निगम सदन की बैठक में तुराब नगर बाजार का नाम सीताराम बाजार रखने हेतु प्रस्ताव पत्र पास कराएं।
अयोध्या चौक घोषित करने की भी मांग
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इस बाबत पार्षद नीरज गोयल ने पत्र के माध्यम से महापौर को बताया कि वार्ड 88, अम्बेडकर रोड़ व रमतेराम रोड़ के बीच मे सभी तरह के सामान की खरीदारी के लिए एक स्थायी बाजार लगता है। इस बाजार के ठीक बीच में एक चौक पड़ता है। उस चौक को मौखिक चलन में पकौड़ा चौक के नाम से जाना जाता है। पार्षद ने मांग की कि पकौड़ा चौक का नाम भी अयोध्या चौक रखा जाए। पार्षद नीरज गोयल ने इस प्रस्ताव को आगामी होने वाली बोर्ड बैठक में पास कराने का निवेदन किया।
अगली बैठक में प्रस्ताव पर होगा काम-महापौर
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निगम पार्षद नीरज गोयल के मुताबिक महापौर सुनीता दयाल ने आश्वासन दिया है कि निकट भविष्य में होने वाली बैठक में इस बाबत प्रस्ताव रखकर उसे पास कराने की कवायद होगी।
सरकारी दस्तावेजों में इस्माइल खां दर्ज
जिस इलाके मेें तुराब नगर बाजार और पकौड़ा चौक है, वो पूरा क्षेत्र सरकारी खातों में पूर्वी इस्माइल खा के नाम से दर्ज है। ये हाल तब है जबकि इस बाजार को मौखिक व लिखित चलन में आज तुराब नगर बाजार के नाम से जाना जाता है। हालाकि हिंदी में तुराब कोई शब्द नही है और ना ही इस शब्द का कोई मतलब समझ मे आता है। गूगल में सर्च करने के बाद पता चलता है कि तुराब अरबी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब मृत्तिका, मट्टी, पृथ्वी, सूखी मट्टी व खाक जमीन है। यानि दस्तावेजों में इस्माइल खां क्षेत्र घोषित जिस इलाके के बाजार को तुराब नगर और उसके महत्वपूर्ण जिस चौक को पकौड़ा चौक के नाम से जाना जाता है वहां दशकों से महिलाएं अपने साज-श्रंगार का सामान खरीदने आती हैं।
महिला-बच्चों के लिए बेहद अहम है बाजार
वर्तमान में तुराब नगर के नाम से पहचाने जाने वाले बाजार में अधिकतर महिलाओं व बच्चियों के लिए श्रंगार का सामना, शुभ विवाह के लिए कपड़े तथा सामान, दैनिक प्रयोग के कपड़ो की बिक्री होती है। स्थानीय निवासियों सहित पार्षद का भी कहना है इस बाजार का नाम सीताराम बाजार रखा जाना चाहिए। इससे बाजार में अन्य प्रदेशों व जिलों से भी आने वाले खरीद्दारों की निगाह में इसका मान बढ़ेगा।