गाजियाबाद, चीफ रिपोर्टर।
लोगों को न्याय दिलाने का काम करने वाले शख्स के साथ ही यदि अन्याय हो जाए तो क्या हो ? करने वाला भी वो हो जो न्याय के लिए शख्स के संपर्क में आया हो। हम यहां बात कर रहे हैं एक वकील साहब और उनके मुवक्किल की। गाजियाबाद कोर्ट में प्रेक्टिस करने वाले एक वकील साहब के पास एक महिला का दहेज उत्पीड़न का केस चल रहा था। वकील साहब को केस की फीस देना छोड़िए महिला मुवक्किल ने उल्टा 20 हजार रुपये की ठगी कर दी और अपना नंबर ब्लॉक कर दिया। बेचारे वकील साहब अब न्याय के लिए पुलिस के पास गए हैं और अपनी मुवक्किल रही महिला के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
ये है मामला
इस कारगुजारी के शिकार बने हैं गाजियाबाद की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट चेंबर नंबर 165 में प्रेक्टिस करने वाले एडवोकेट संजीव कुमार निगम। संजीव निगम के पास लोनी के प्रीत विहार आर्य नगर की रहने वाली एक महिला मोनिका पत्नी अंकुश कटारिया का केस चल रहा है। पति से दहेज संबंधी चल रहे केस की पेरवी वकील साहब ही कर रहे थे। आरोप है कि महिला ने बच्चों की फीस जमा कराने के नाम पर वकील साहब से 20 हजार रुपये उधार लिए। रकम वापस देने की बजाय महिला ने अपने नंबर पर वकील साहब की कॉल को ब्लॉक कर दिया।
वकील साहब ने दर्ज कराई FIR
कविनगर थाने में वकील संजीव कुमार निगम की तरफ से दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया गया है कि महिला कोर्ट में चल रहे मुकदमें में आखिरी बार 20 फरवरी को आई थी और आश्वासन दिया था कि जल्द ही उनके पैसे लौटा देगी। मगर तबसे वकील साहब के नंबर को ब्लॉक कर दिया है। पुलिस ने केस दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।
2023 से आरोपी का केस लड़ रहे वकील साहब
वकील साहब की तरफ से तहरीर में जिक्र किया गया है कि 2023 से वो एडीजे एससी एसटी की कोर्ट में महिला का दहेज का केस लड़ रहे हैं। उन्हें उनकी फीस भी महिला ने आज तक ये कहकर नहीं दी कि जब केस पर फैसला आएगा और उसे मुआवजा व अन्य पैसा मिलेगा, तो वो उससे ही फीस दे देदी। वकील के मुताबिक फीस नहीं देने के साथ ही 20 हजार नगद लेकर महिला वापस नहींं कर रही।