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कावड़ियों पर पुष्प वर्षा करते जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
सावन माह के पावन अवसर पर गाजियाबाद में एक अत्यंत भव्य और ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला, जब जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग के समन्वय से शिवभक्त कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इस विशेष आयोजन की अगुवाई पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड एवं जिलाधिकारी दीपक मीणा ने की। इस अद्भुत आयोजन ने भक्तों को भावविभोर कर दिया और पूरे क्षेत्र में आस्था और उल्लास का माहौल छा गया।
मेरठ से उड़ा हेलीकाप्टर
पुष्प वर्षा के लिए हेलीकॉप्टर ने मेरठ पुलिस लाइन से उड़ान भरी और गाजियाबाद जनपद के प्रमुख स्थानों पर पहुंचकर श्रद्धालु कांवड़ियों पर फूलों की वर्षा की। इन प्रमुख स्थानों में दूधेश्वर नाथ मंदिर, मेरठ तिराहा, राजनगर एक्सटेंशन चौराहा, मनन धाम मंदिर, दुहाई कट, मुरादनगर गंग नहर घाट और गंगनहर पटरी मार्ग शामिल हैं। जहां-जहां पुष्प वर्षा हुई, वहां शिवभक्तों के चेहरों पर प्रसन्नता और भक्ति का अद्वितीय संगम देखा गया।
हर हर महादेव
हजारों की संख्या में कांवड़ यात्री इन मार्गों से गुजर रहे थे। जैसे ही हेलीकॉप्टर से उन पर गुलाब और गेंदे के फूलों की बारिश हुई, पूरा वातावरण "हर-हर महादेव" और "बोल बम" के जयकारों से गूंज उठा। यह नजारा भक्तों के लिए अविस्मरणीय बन गया। पुष्प वर्षा से न केवल श्रद्धालुओं का मनोबल बढ़ा, बल्कि प्रशासन द्वारा दिखाई गई यह श्रद्धा लोगों के दिलों को भी छू गई।पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड ने कहा कि यह आयोजन कांवड़ियों की सेवा और सुरक्षा के संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि जनपद में कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और पुलिस बल लगातार निगरानी कर रहा है, ताकि कोई असुविधा ना हो। वहीं जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि श्रद्धालुओं की सेवा और सम्मान प्रशासन की प्राथमिकता है। पुष्प वर्षा से उन्हें एक विशेष अनुभव और ऊर्जा मिली है।
संस्कृति का अद्भुत समागम
इस पहल की शहरवासियों और श्रद्धालुओं ने खूब सराहना की। धार्मिक उत्सवों को इस तरह श्रद्धा और प्रशासनिक सजगता के साथ मनाना उत्तर प्रदेश की सकारात्मक छवि को भी मजबूत करता है। यह आयोजन गाजियाबाद में सामूहिक आस्था, प्रशासनिक सहयोग और संस्कृति के अद्वितीय संगम का प्रतीक बन गया।इस अवसर पर तमाम अधिकारी, स्वयंसेवी संस्थाएं और स्थानीय लोग भी मौजूद रहे और सभी ने मिलकर यह संदेश दिया कि कांवड़ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि जन-जन की आस्था का उत्सव है।
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