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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूती से लागू करते हुए 06 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है। यह कदम पुलिस फीडबैक सेल पर प्राप्त नकारात्मक प्रतिक्रियाओं के आधार पर उठाया गया।
फीडबैक पर कार्रवाई
गौरतलब है कि पुलिस आयुक्त के निर्देशन में नागरिकों की शिकायतों और सुझावों पर संज्ञान लेने के लिए फीडबैक सेल और कमांड कंट्रोल रूम की स्थापना की गई थी। इन माध्यमों से नागरिक सीधे तौर पर पुलिस सेवाओं और पुलिसकर्मियों के आचरण से संबंधित अपनी राय साझा कर सकते हैं। प्राप्त प्रतिक्रियाओं का गंभीरता से परीक्षण किया जाता है और उसी के अनुरूप कार्यवाही की जाती है।इसी क्रम में दिनांक 18 सितंबर 2025 को फीडबैक सेल पर प्राप्त शिकायतों के आधार पर छह पुलिसकर्मियों—उपनिरीक्षक ऋषभ शुक्ला (थाना मधुबन बापूधाम), उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार (थाना कौशांबी), मुख्य आरक्षी संदीप मलिक (थाना मधुबन बापूधाम), आरक्षी अवधेश चौधरी (थाना कोतवाली नगर), आरक्षी दलबीर सिंह (थाना मधुबन बापूधाम) और आरक्षी शाहनवाज (थाना मधुबन बापूधाम)—को निलंबित कर दिया गया है।
तत्काल निलंबित
पुलिस उपायुक्त ट्रांस हिंडन जोन ने इन सभी मामलों में संज्ञान लेते हुए तत्काल निलंबन की कार्रवाई सुनिश्चित की। इस कदम को नागरिक सेवा में सुधार और पुलिस की पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।कमिश्नरेट पुलिस का कहना है कि फीडबैक सेल पुलिस कार्यों के मूल्यांकन में कारगर साबित हो रहा है और नागरिकों एवं पुलिस के बीच विश्वास का सेतु बना है। नागरिक बिना किसी डर और औपचारिकता के अपने अनुभव और सुझाव साझा कर रहे हैं, जिससे पुलिस व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिल रही है।गाजियाबाद पुलिस की यह सख्त कार्रवाई संदेश देती है कि भ्रष्टाचार या लापरवाही को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।