गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय संगठन की चयन प्रक्रिया को लेकर मुखर दिखाई दे रहे हैं। यदि कोई कमी उन्हें दिखाई देती है, तो उसके संदर्भ में वह पार्टी को दिशा-निर्देश जारी करने में भी पीछे नहीं हटते। इसी क्रम में अजय राय ने प्रदेश के सभी शहर और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने संगठन सृजन कार्य का उल्लेख किया है और कांग्रेस द्वारा हाल के दिनों में किए जा रहे संयुक्त कार्यक्रमों पर रोक लगाने का फरमान भी जारी किया है।
संयुक्त कार्यक्रमों पर लगी रोक
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि देखने में आ रहा है कि शहर और जिला कांग्रेस कमेटी संयुक्त कार्यक्रम कर रही हैं, जिसका संदेश देहात और ग्रामीण क्षेत्र में नहीं जा पा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत बनाने के लिए तहसील और ब्लॉक स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित करने होंगे। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्र के नेताओं को कमेटी से जोड़ा जाए, ताकि पार्टी का संदेश प्रत्येक गांव तक पहुंच सके।
संगठन सृजन कार्य पर जोर
अजय राय ने अपने पत्र में कहा कि जिला और शहर स्तर पर संगठन सृजन का कार्य प्रगति पर है। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है। अक्सर देखा जाता है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निर्देशित अधिकांश कार्यक्रम जिला मुख्यालय पर ही शहर और जिला कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होते हैं। इसके कारण पार्टी का संदेश दूरस्थ क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाता है।
तहसील और ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश
अजय राय ने स्पष्ट किया कि जब तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी से संयुक्त कार्यक्रमों के आयोजन का निर्देश न मिले, तब तक शहर कांग्रेस कमेटी केवल शहर मुख्यालय पर और जिला कांग्रेस कमेटी तहसील या ब्लॉक मुख्यालय पर कार्यक्रमों का आयोजन करें। इसके माध्यम से कांग्रेस की गतिविधियां दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँचेंगी और पार्टी का संदेश अधिक व्यापक स्तर पर पहुंचेगा।
वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारी का पुनर्गठन
प्रदेश अध्यक्ष ने पत्र में उल्लेख किया कि कई वरिष्ठ नेता, जो मूल रूप से ग्रामीण क्षेत्र के निवासी हैं लेकिन शहर में निवास करते हैं, उनकी राजनीतिक गतिविधियां शहर मुख्यालय तक ही सीमित रह जाती हैं। ऐसे नेताओं को शहर कांग्रेस कमेटी में पदाधिकारी नियुक्त करने का सुझाव दिया गया है। वहीं, जिनकी सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियां ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक रहती हैं, उन्हें जिला कांग्रेस कमेटी में पदाधिकारी बनाया जाएगा। इससे वे अपने क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकेंगे।
कांग्रेस में नए बदलावों का प्रभाव
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से सभी कमेटियों को भंग कराकर नए सिरे से संगठन निर्माण में लगे हुए हैं। उनका फोकस 2027 के चुनाव पर है, इसलिए वे एक-एक बिंदु पर गहराई से ध्यान दे रहे हैं। हालाँकि, जिला कांग्रेस कमेटी में आने वाले अधिकांश नेता शहर में निवास करते हैं, ऐसे में अगर प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशों का पालन होता है, तो इसका असर शहर में निवास करने वाले नेताओं पर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
जल्द घोषित होंगी शहर और जिला कांग्रेस कमेटियाँ
कांग्रेस में नए जिला और शहर अध्यक्षों को कमान सौंपी गई है। दोनों ही पुराने कांग्रेसी सिपाही माने जाते हैं, इसलिए अब उनके कंधों पर नई टीम के गठन की जिम्मेदारी है। शहर अध्यक्ष वीर सिंह जाटव ने कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत मुलाकातें शुरू कर दी हैं, जबकि जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर पुराने कांग्रेसियों को सक्रिय करने में लगे हैं। दोनों अध्यक्षों का कहना है कि कमेटी का काम लगभग पूरा हो चुका है और सभी नाम प्रदेश कमेटी को भेज दिए गए हैं। उच्च नेतृत्व के निर्देश मिलते ही कमेटी की घोषणा कर दी जाएगी।