गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। भारी तूफान और ओलावृष्टि के दौरान गाजियाबाद नगर निगम की टीम पूरी तरह अलर्ट रही। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के निर्देशानुसार, वरिष्ठ अधिकारियों ने जलभराव के हॉटस्पॉट स्थलों का निरीक्षण किया। गाजियाबाद के कई इलाकों में भारी बारिश हुई, जहां सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग, जलकल विभाग और उद्यान विभाग ने सक्रियता दिखाई।
गाजियाबाद नगर निगम सीमा के अंतर्गत 52 ऐसे हॉटस्पॉट चिन्हित हैं, जहां जलभराव की समस्या अक्सर देखी जाती है। इन स्थानों पर पंप सेट और अन्य उपकरण लगाए गए हैं। सिटी और कवि नगर जोन के जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में नगर निगम की टीम ने जल निकासी का कार्य तेजी से पूरा किया।
तूफान में गिरे पेड़ों को हटाने में उद्यान विभाग की सक्रिय भूमिका
तूफान के चलते कई जगहों पर पेड़ गिर गए, जिन्हें हटाने में उद्यान विभाग की भूमिका सराहनीय रही। अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव ने बताया कि वसुंधरा सेक्टर-4 में गिरे पेड़ को तुरंत हटाया गया। कवि नगर क्षेत्र में डायमंड फ्लाईओवर, संजय नगर सेक्टर-23, कलेक्ट्रेट, टाउन हॉल और नया गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के आसपास गिरे पेड़ों को भी शीघ्रता से साफ किया गया। विजयनगर और मोहन नगर क्षेत्र से किसी प्रकार के पेड़ गिरने की सूचना नहीं मिली।
जलभराव की स्थिति पर त्वरित कार्रवाई
अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार ने जानकारी दी कि मोहन नगर और विजयनगर क्षेत्र में कम जलभराव की सूचना मिली। सिटी जोन के हिंडन अंडरपास और नवयुग मार्केट में बारिश के दौरान जलकल विभाग की टीम सक्रिय रही और उपकरणों की मदद से जल निकासी सुनिश्चित की। नागद्वार अंडरपास और गौशाला अंडरपास पर भी प्रभावी कदम उठाए गए।
प्रभारी उद्यान की जानकारी - ट्रैफिक व्यवस्था हुई सरल
प्रभारी उद्यान डॉ. अनुज ने बताया कि भारी बारिश में गिरे पेड़ों को टीम ने तत्परता से हटाया, जिससे बाधित ट्रैफिक को सरल बनाया गया। कुछ विशालकाय पेड़ों को क्रेन की मदद से हटाया गया, जबकि कुछ पेड़ों की कटिंग कर रास्ता साफ किया गया।
आपदा में निगम की भूमिका रही सराहनीय
महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में गाजियाबाद नगर निगम ने आपदा के दौरान भी जिम्मेदारी से काम किया। भारी बारिश और ओलावृष्टि के बीच टीम ने जल निकासी और पेड़ों को हटाने का काम किया, जिससे आवागमन को सुचारु बनाए रखा। आपदा प्रबंधन में निगम की यह तत्परता लोगों के लिए राहतकारी साबित हुई।