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Court : राष्ट्रीय लोक अदालत – 1.86 लाख वादों का निस्तारण

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन गाजियाबाद जिला न्यायालय परिसर में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद अनिल कुमार-चतुर्थ ने की।

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Syed Ali Mehndi
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लोक अदालत गाजियाबाद

गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन गाजियाबाद जिला न्यायालय परिसर में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद अनिल कुमार-चतुर्थ ने की।

लोक अदालत पर विश्वास

इस अवसर पर न्यायिक अधिकारियों में संजयवीर सिंह, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, परवेन्द्र कुमार शर्मा, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, प्रमेन्द्र कुमार, विशेष न्यायाधीश सीबीआई, नीरज गौतम, विशेष न्यायाधीश पोक्सो एक्ट तथा गौरव शर्मा, नोडल अधिकारी लोक अदालत शामिल रहे।अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि लोक अदालत जनता का विश्वास मजबूत करने का माध्यम है। इससे न केवल मामलों का त्वरित निस्तारण होता है बल्कि अदालतों पर लंबित वादों का बोझ भी घटता है।इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1,86,634 वादों का निस्तारण किया गया। इनमें से 66,600 मामले सुलह योग्य पाए गए। विभिन्न मामलों में कुल 1.13 करोड़ रुपये का अर्थदंड आरोपित कर वसूला गया।

 राजस्व प्राप्ति

परिवार न्यायालय में वैवाहिक एवं भरण-पोषण से जुड़े 233 मामलों का समाधान आपसी सहमति से हुआ। मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर के 10 मामलों में पक्षकारों को लगभग 3.23 करोड़ रुपये की धनराशि अदा करने के आदेश दिए गए।बैंक लोन रिकवरी और बीएसएनएल से जुड़े 434 मामलों का निस्तारण कर 30.40 लाख रुपये की राशि वसूली गई। वहीं राजस्व न्यायालयों में 1.19 लाख से अधिक मामलों का समाधान किया गया।ट्रिब्यूनल जिला जज श्री संजयवीर सिंह ने कहा कि दिवंगत न्यायाधीश आशीष गर्ग लोक अदालत को जनता से जोड़ने की बात करते थे। आज अधिक से अधिक वादों का निस्तारण कर हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं।राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन में अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों ने सराहनीय सहयोग दिया।

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