/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/24/SoKgDtYrZfAszwvW7Nwv.jpg)
कोविद का खतरा
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/21/bareilly-ad-2025-07-21-19-51-55.jpg)
देश भर में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कल कॉविड-19 के चार मामले रिपोर्ट हुए थे. मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. किसी भी प्रकार की पैनिक होने की कोई आवश्यकता नहीं है. चारों मैरिज पूरी तरह से स्वस्थ हैं. तीन मैरिज घर पर हम आइसोलेशन में है जबकि एक मरीज निजी अस्पताल में भर्ती है. स्वास्थ्य विभाग मरीजों के संपर्क में है.
डरने की जरूरत नहीं
गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अखिलेश मोहन का कहना है कि जिले में सामने आए कोविड-19 के मरीजों में से किसी भी मरीज को खांसी, जुकाम और बुखार के अलावा किसी भी प्रकार की कोई मेडिकल कॉम्प्लिकेशन नहीं है. सामान्य रूप से मौसम के बदलने पर वायरल इनफेक्शंस बढ़ जाते हैं. किसी भी तरह से घबराने की कोई जरूरत नहीं है. यदि खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण है तो थोड़ी बहुत एतीयत बरतने की जरूरत है जिससे कि आसपास किसी अन्य व्यक्ति को न फैल पाए. डॉ अखिलेश मोहन ने बताया कोरोनावायरस का आखिरी वेरिएंट Omicron आया था. जो कि पिछले वेरिएंट की तुलना में खतरनाक साबित नहीं हुआ था. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. जिले की सभी निजी और सरकारी अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब को निर्देशित किया गया है कि कोविड 19 के मामले सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें और IDSP पोर्टल पर दर्ज करें. यदि आने वाले दिनों में और मामले रिपोर्ट होते हैं तो उसे हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.
क्या है लक्षण
कोरोना वायरस के JN.1 वेरिएंट तेजी से फैलने की क्षमता रखता है. इसे Omicron का सब वेरिएंट भी बताया जा रहा है. इस वेरिएंट के लक्षणों में खांसी, जुकाम, बुखार, गले में खराश ,थकान, सर दर्द और गंध और स्वाद में कमी महसूस होना है. एक्सपर्ट्स की माने तो कोरोनावायरस का यह वेरिएंट अधिक संक्रामक है लेकिन इस वेरिएंट की इंटेंसिटी बेहद कम है. व्यक्ति होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जाता है और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ती है.
भारत में नए वेरिएंट की स्थिति
भारत में 19 में 2025 से अब तक JN 1 वेरिएंट के कुल 300 मामले सामने आए हैं. हालांकि, अभी तक इस वेरिएंट से संक्रमित किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि लगभग सभी केसहल्के हैं. किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी है. फिलहाल इस नए वेरिएंट के देश के कई राज्यों में मामले सामने आए हैं. हालांकि, सामने आए मामले देश की जनसंख्या के हिसाब से बेहद कम है. इसलिए चिंता करने या फिर पैनिक होने की कोई आवश्यकता नहीं है.