गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता
एक बार फिर से कोविड-19 के मामले बढ़ने लगे हैं, जिससे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। ताजा जानकारी के अनुसार, मंगलवार को जिले में कोरोना के दो नए मामले सामने आए हैं। इन दोनों मरीजों में एक 36 वर्षीय पुरुष और एक चार माह का शिशु शामिल है। इसके साथ ही जिले में सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 14 हो गई है, जिनमें से 13 मरीज होम आइसोलेशन में हैं और एक अस्पताल में भर्ती है। इन मामलों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट कर दिया है और कोरोना से निपटने के लिए जरूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
चार माह के शिशु को कोरोना
चार माह के शिशु का मामला विशेष रूप से चिंता का विषय है। यह बच्चा गाजियाबाद के महरौली क्षेत्र का निवासी है और पिछले तीन दिन से बुखार और सर्दी से पीड़ित था। परिजनों ने बच्चे को कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया, जहां जांच के बाद वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया। हालांकि राहत की बात यह है कि उसके परिवार के अन्य छह सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, इंदिरापुरम निवासी 36 वर्षीय पुरुष में 22 मई से गले में खराश और जुकाम के लक्षण थे। उसने निजी लैब में कोविड जांच कराई, जो पॉजिटिव निकली। फिलहाल वह होम आइसोलेशन में है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट
मौजूदा समय में कोरोना वायरस का जो नया वेरिएंट सामने आया है, वह JN.1 है। यह ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक सब-वेरिएंट है और अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, भारत, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में तेजी से फैल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वेरिएंट पहले की तुलना में ज्यादा संक्रामक हो सकता है और खासकर बुजुर्गों या पहले से बीमार लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि इस वेरिएंट की गंभीरता पहले जितनी नहीं है, फिर भी इससे सतर्क रहना आवश्यक है।
थ्री सी है सर्वश्रेष्ठ बचाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कोविड से बचने के लिए 3C से बचाव जरूरी है: Closed spaces (बंद जगहें), Crowded places (भीड़भाड़ वाली जगहें), और Close contact (नजदीकी संपर्क)। इसके साथ ही, लोगों को कुछ महत्वपूर्ण सावधानियों का पालन करने की भी सलाह दी गई है, जैसे – एक मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखना, नियमित रूप से हाथ धोना या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करना, मास्क पहनना और खांसते या छींकते समय मुंह को ढंकना। मास्क को सही तरीके से पहनना भी बेहद जरूरी है ताकि नाक, मुंह और ठोड़ी ढकी रहे।
मिलकर लड़ेंगे कोरोना से
इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क और तैयार है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन पूरी सावधानी बरतें। उनके अनुसार, सतर्कता और जानकारी ही कोविड से लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं और आवश्यक सावधानियां बरतें।
जिम्मेदार नागरिक की भूमिका
कोरोना की नई लहर को देखते हुए एक बार फिर से हमें जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभानी होगी। मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी जैसे नियमों को दोबारा अपनाना होगा, ताकि इस बीमारी को दोबारा फैलने से रोका जा सके। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास तभी सफल होंगे जब जनता सहयोग करेगी और जिम्मेदारी से व्यवहार करेगी।