CPR training : मैक्स हॉस्पिटल ने दिया मीडिया कर्मियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण
वैशाली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एक सराहनीय पहल के तहत मीडिया प्रतिनिधियों के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण सत्र पत्रकारों को आपातकालीन चिकित्सा परिस्थितियों में तुरंत और प्रभावी प्रतिक्रिया
वैशाली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एक सराहनीय पहल के तहत मीडिया प्रतिनिधियों के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण सत्र पत्रकारों को आपातकालीन चिकित्सा परिस्थितियों में तुरंत और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण सत्र
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सीपीआर प्रशिक्षण
कार्यक्रम का संचालन हॉस्पिटल के इमरजेंसी एवं क्रिटिकल केयर विभाग के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. धीरज भास्करन नायर ने किया। उन्होंने बताया कि हृदय गति रुकने, दम घुटने, या अचानक बेहोश हो जाने जैसी आपातकालीन स्थितियों में पहले कुछ मिनट अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे में यदि मौके पर मौजूद व्यक्ति को बेसिक लाइफ सपोर्ट की जानकारी हो, तो वह किसी की जान बचा सकता है। डॉ. धीरज ने प्रतिभागियों को सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन), कृत्रिम सांस (रेस्क्यू ब्रीदिंग), और आपातकालीन स्थिति में शुरुआती कदमों की व्यावहारिक जानकारी दी। प्रशिक्षण को पूरी तरह इंटरएक्टिव रखा गया, जिससे प्रतिभागियों ने न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त किया, बल्कि उन्हें अभ्यास का भी अवसर मिला।
बेसिक लाइफ सपोर्ट
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इस अवसर पर इमरजेंसी विभाग की डॉक्टर पल्लवी और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों को उपकरणों की जानकारी दी और यह बताया कि दुर्घटना या आपदा की स्थिति में किस तरह की प्राथमिक प्रतिक्रिया सबसे उपयुक्त रहती है।डॉ. भास्कर ने कहा, “मीडिया कर्मी अक्सर घटनास्थलों पर सबसे पहले पहुंचने वालों में होते हैं। ऐसे में अगर उन्हें बेसिक लाइफ सपोर्ट की जानकारी हो, तो वे ना सिर्फ समाचार रिपोर्ट कर सकते हैं, बल्कि ज़रूरत पड़ने पर किसी की जान भी बचा सकते हैं।”
बेहद महत्वपूर्ण प्रशिक्षण
मैक्स हॉस्पिटल की इस पहल को मीडिया प्रतिनिधियों ने खूब सराहा और कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण नियमित अंतराल पर आयोजित होने चाहिए। यह सत्र न केवल जान बचाने की कला सिखाता है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी प्रबल करता है।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम समाज के हर वर्ग को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए सजग और तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसका असर दूरगामी एवं सकारात्मक होगा।
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