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Crime : अधिवक्ता के घर में घुसकर हमला, दबंगों ने तोड़ डाली पसलियां

गाजियाबाद में एक अधिवक्ता के घर पर दबंगों द्वारा हमला किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में अधिवक्ता की पसलियां टूट गईं और उन्हें गंभीर चोटें आईं। घटना थाना मधुबन बापूधाम क्षेत्र के संजय नगर सेक्टर-23 की है,

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Syed Ali Mehndi
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फाइल फोटो

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

गाजियाबाद में एक अधिवक्ता के घर पर दबंगों द्वारा हमला किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में अधिवक्ता की पसलियां टूट गईं और उन्हें गंभीर चोटें आईं। घटना थाना मधुबन बापूधाम क्षेत्र के संजय नगर सेक्टर-23 की है, जहां अधिवक्ता असरार अहमद अपने परिवार के साथ रहते हैं।

जानलेवा हमला 

जानकारी के अनुसार, गत 9 सितंबर की शाम करीब 6 बजे असरार अहमद के घर पर चार लोग — दानिश, वामिक, नावेद और सलीमुद्दीन — पहुंचे। बताया जा रहा है कि ये सभी अधिवक्ता के भाई की ससुराल पक्ष से जुड़े हुए हैं। असरार अहमद ने बताया कि शुरुआत में वे लोग बातचीत के बहाने घर में आए, लेकिन अचानक गाली-गलौज और झगड़ा शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने पूरे परिवार पर हमला बोल दिया।असरार अहमद के अनुसार, हमला इतना अचानक और भीषण था कि उन्हें संभलने का मौका भी नहीं मिला। दबंगों ने लात-घूंसों से अधिवक्ता पर वार किए, जिससे उनकी पसलियां टूट गईं और शरीर पर कई जगह चोटें आईं। परिजनों के शोर मचाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, तब जाकर हमलावर वहां से भाग निकले। अधिवक्ता ने बताया कि पूरी घटना उनके घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है, जिसे उन्होंने पुलिस को सौंप दिया है।

एक्शन मोड में पुलिस 

घटना की सूचना मिलने के बाद अधिवक्ता को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी पसलियों में फ्रैक्चर की पुष्टि की। इसके बाद पीड़ित ने थाना मधुबन बापूधाम में हमलावरों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।स्थानीय लोगों ने इस घटना पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि खुलेआम अधिवक्ता के घर में घुसकर हमला होना कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वहीं, पीड़ित अधिवक्ता असरार अहमद ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को लगातार धमकियां मिल रही हैं और वे प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।यह घटना न केवल एक अधिवक्ता पर हमला है, बल्कि समाज में फैलती दबंगई और कानून के डर के अभाव का प्रतीक भी है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

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