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Crime : 4.5 करोड़ की साइबर ठगी का किया पर्दाफाश, अंतरराज्यीय गैंग के 7 सदस्य गिरफ्तार

थाना साइबर क्राइम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बीमा पॉलिसी के नाम पर साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी बीमा पॉलिसियों के नाम पर लोगों को ठगने के गंभीर अपराध में

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Syed Ali Mehndi
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क्राइम ब्रांच प्रेस वार्ता

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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

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थाना साइबर क्राइम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बीमा पॉलिसी के नाम पर साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी बीमा पॉलिसियों के नाम पर लोगों को ठगने के गंभीर अपराध में शामिल थे। गिरफ्तार आरोपियों में अमन अग्रवाल, राहुल यादव, आफताब आलम, राहुल शर्मा, दीपक, गर्वित त्यागी और जगजीत सिंह शामिल हैं।

बीमा एजेंट के रूप वारदात 

यह गिरोह विभिन्न बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि बनकर लोगों को कॉल करता था और उन्हें बीमा लाभ, बोनस या परिपक्वता राशि के लालच में फंसाकर फर्जी पॉलिसी दस्तावेज भेजता था। इसके बाद विभिन्न माध्यमों से उनसे पैसे वसूलकर लाखों की ठगी करता था। पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह अब तक चार राज्यों की नौ घटनाओं में कुल 4.5 करोड़ रुपये की साइबर ठगी कर चुका है। पुलिस टीम ने आरोपियों के पास से 26 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, 6 चेकबुक, 3 पासबुक, 4 सिम कार्ड, महिंद्रा थार और XUV 300 कार, तथा ₹1,98,000 नगद बरामद किए हैं। इस ऑपरेशन से यह स्पष्ट होता है कि गैंग ने अपने नेटवर्क को काफी विस्तारित कर रखा था और सुनियोजित ढंग से लोगों को फंसाकर ठगी कर रहे थे।

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शातिर गैंग का पर्दाफाश 

इस गिरफ्तारी से पुलिस ने न सिर्फ एक बड़े साइबर ठग गैंग का भंडाफोड़ किया है, बल्कि अन्य राज्यों में भी चल रहे ऐसे नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त किया है। साइबर क्राइम थाना की इस कार्रवाई की सराहना हो रही है और आमजन में भी इससे साइबर अपराध के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य पीड़ितों और सहयोगियों की जानकारी भी जुटाई जा सके।जनता से अपील की गई है कि किसी भी अनजान नंबर से आए कॉल पर भरोसा न करें और वित्तीय लेन-देन से पहले संबंधित कंपनी की वैधता की पुष्टि अवश्य करें।

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