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Crime : चौकी पर विवाद, वीडियो वायरल होने के बाद चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर

पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। सोमवार को सोशल मीडिया पर महज 43 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हुआ जिसने पूरे पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया। यह वीडियो गोविंदपुरी पुलिस चौकी परिसर का बताया जा रहा है, जहां बैरक में पुलिसकर्मियो

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Syed Ali Mehndi
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गोविंदपुरी चौकी पर बवाल

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। सोमवार को सोशल मीडिया पर महज 43 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हुआ जिसने पूरे पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया। यह वीडियो गोविंदपुरी पुलिस चौकी परिसर का बताया जा रहा है, जहां बैरक में पुलिसकर्मियों के बिस्तर पर हथकड़ी लगे एक आरोपी को आराम से सोते हुए देखा गया। वीडियो सामने आते ही पुलिस विभाग की कार्यशैली और साख दोनों पर प्रश्नचिह्न लग गए हैं।

हथकड़ी लगे आरोपी का वीडियो वायरल

वीडियो में जो युवक हथकड़ी लगे सोता दिखाई दे रहा है, उस पर विजयनगर कॉलोनी में मारपीट कर एक युवक को घायल करने का आरोप है। पीड़ित ने इस घटना की शिकायत पुलिस से की थी जिसके बाद आरोपी को पुलिस पकड़कर चौकी ले आई। लेकिन उसे थाने ले जाने और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने की बजाय आरोपी को चौकी परिसर की बैरक में वीआईपी सुविधा के साथ आराम करने दिया गया। किसी ने यह दृश्य मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर डाल दिया। देखते ही देखते वीडियो वायरल हो गया और लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।

पुलिस पर साठगांठ के आरोप

स्थानीय लोगों का आरोप है कि चौकी पुलिस ने आरोपी से साठगांठ कर उसे थाने ले जाने की बजाय चौकी में ही रोके रखा। यही नहीं, वीडियो सामने आने के बाद यह चर्चा भी जोर पकड़ गई कि आरोपी विशेष समुदाय से संबंधित है और इसी कारण उसे वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। आरोप यह भी है कि चौकी स्तर पर पुलिसकर्मी आरोपियों से सांठगांठ कर मामले दबाने का प्रयास करते हैं।

चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर

मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस उपायुक्त ग्रामीण सुरेंद्रनाथ तिवारी ने चौकी प्रभारी अनीश गौतम को सोमवार देर रात लाइन हाजिर कर दिया। यह फैसला सिर्फ वायरल वीडियो को देखते हुए ही नहीं बल्कि चौकी प्रभारी पर लगे अन्य आरोपों के कारण भी लिया गया। दरअसल, वार्ड नंबर 20 के सभासद संदीप कुमार उर्फ मोनू फूल वाले ने चौकी इंचार्ज पर एक लाख रुपये रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगाया था। इस मामले में सभासदों ने चौकी पर जमकर हंगामा और प्रदर्शन भी किया।

2023 बैच के दरोगा पर सवाल

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गौरतलब है कि गोविंदपुरी चौकी का चार्ज 2023 बैच के दरोगा अनीश गौतम के पास था। हाल ही में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भी नए बैच के दरोगाओं को जिम्मेदारी देने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि वरिष्ठ और अनुभवी दरोगाओं को दरकिनार कर नए दरोगाओं को चार्ज दिया जा रहा है, जिनमें से कई भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जा रहे हैं। विधायक का यह बयान भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।

लगातार विवादों में घिरी चौकी

गोविंदपुरी चौकी का नाम बीते कुछ समय से लगातार विवादों में बना हुआ है। कभी रिश्वतखोरी के आरोप, तो कभी अपराधियों से साठगांठ जैसे मामलों में चौकी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे हैं। अब वायरल वीडियो और रिश्वत मांगने के आरोपों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।यह पूरा मामला न केवल गाजियाबाद पुलिस पर सवाल खड़े करता है बल्कि पुलिस की छवि को भी धूमिल करता है। आरोपी को हथकड़ी लगाकर चौकी परिसर में आराम से सुलाना, पुलिसकर्मियों पर साठगांठ और रिश्वतखोरी के आरोप—ये सब आम जनता के बीच पुलिस की विश्वसनीयता पर सीधा प्रहार करते हैं। उच्चाधिकारियों ने चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर संदेश तो दिया है कि लापरवाही और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा, लेकिन लोगों की नजर अब इस बात पर है कि जांच के बाद कितनी सख्त कार्रवाई वास्तव में की जाती है।

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