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सांकेतिक तस्वीर।
वाईबीएन संवाददाता, गाज़ियाबाद
गाज़ियाबाद में पिछले 24 घंटों में हिंसा और हादसों की ऐसी श्रृंखला देखने को मिली जिसने शहर की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सड़क हादसों से लेकर घर के अंदर तक, हर जगह खून-खराबे की घटनाएं सामने आईं। तीन अलग-अलग मामलों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए। हालात यह बताते हैं कि शहर में सुरक्षा व्यवस्था लगातार कमजोर पड़ती दिख रही है।
केस 1:
डिलीवरी बॉय की मौत, हत्या का आरोप लगाकर हंगामा
थाना मोदीनगर क्षेत्र के सौदा–शेरपुर मार्ग पर एक अज्ञात वाहन की चपेट में आकर डिलीवरी बॉय विपिन कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने इसे सड़क हादसा नहीं, बल्कि हत्या करार देते हुए जमकर हंगामा किया।परिवार का आरोप है कि विपिन की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, इसलिए पुलिस को गहराई से जांच करनी चाहिए। इस बीच पुलिस घटनास्थल को लेकर सीमा विवाद में उलझी रही, जिससे कार्रवाई देर से शुरू हुई। बाद में मोदीनगर पुलिस ने मामले की जांच आगे बढ़ाते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
केस 2:
अनियंत्रित ई-रिक्शा डिवाइडर से भिड़ा, एक की मौत—दो गंभीर
नंदग्राम थाना क्षेत्र के रोटरी गोल चक्कर के पास एक अनियंत्रित ई-रिक्शा डिवाइडर से जा टकराया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वाहन में सवार तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।घटना में रोहतास कुमार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि दो अन्य घायलों को स्थिति गंभीर देखते हुए दिल्ली रेफर कर दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां ट्रैफिक व्यवस्था बेहद अव्यवस्थित है और पुलिस की लापरवाही के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं।
केस 3:
प्रेम प्रसंग में महिला और युवक की बाथरूम में पिटाई
वेव सिटी थाना क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब गांव बामेटा में किराए पर रहने वाले परिवार के घर से एक महिला और उसके प्रेमी को बाथरूम में लहूलुहान हालत में बाहर निकाला गया।जानकारी के अनुसार घर खाली देखकर महिला ने अपने प्रेमी को बुलाया था, लेकिन इसी बीच उसका देवर घर पहुंच गया। संदेह होने पर उसने आसपास के लोगों को बुला लिया और देखते ही देखते भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने दोनों की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराकर केस दर्ज कर लिया है।
सवालों के घेरे में गाज़ियाबाद की सुरक्षा
इन तीनों मामलों ने गाज़ियाबाद की कानून-व्यवस्था के प्रति लोगों में बढ़ती चिंता को और मजबूत कर दिया है।
सड़क हादसों में लापरवाही,
भीड़ द्वारा न्याय करने की प्रवृत्ति,
और पुलिस का देरी से पहुंचना—
ये सभी बातें शहर की सुरक्षा प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर रही हैं। लगातार हो रहे ऐसे घटनाक्रम लोगों के मन में भय पैदा कर रहे हैं कि क्या वे सड़क पर, घर में या यात्रा के दौरान वास्तव में सुरक्षित हैं? पिछले 24 घंटे में हुई ये घटनाएं बताती हैं कि गाज़ियाबाद में नियमों की अनदेखी और कानून हाथ में लेने की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है। अब सवाल यह है कि क्या जिला प्रशासन इन घटनाओं से सबक लेकर कुछ ठोस कदम उठाएगा, या शहरवासियों को इसी तरह असुरक्षा के साये में जीना पड़ेगा?
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