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काल्पनिक चित्र
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
जिले के मुरादनगर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां की एक महिला ने अपने पति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। महिला का आरोप है कि उसका पति, जो कि एक फिजिकल एजुकेशन टीचर है, उस पर रोजाना तीन घंटे जिम में एक्सरसाइज करने का दबाव डालता था। वजह यह थी कि पति चाहता था कि उसकी पत्नी का फिगर बॉलीवुड एक्ट्रेस नोरा फतेही जैसा हो। पीड़िता ने बताया कि अगर कभी वह कम समय तक एक्सरसाइज करती थी, तो उसे खाना तक नहीं दिया जाता था। जबकि कई बार झगड़ा हुआ और उसने भी कहा है कि पति को भी एक्सरसाइज कर सलमान खान की तरह बॉडी बनानी चाहिए। क्योंकि फिजिकल ट्रेनर होने के बावजूद भी अब उसके पति की बॉडी थुल-थुल हो चुकी है।पति का कहना था कि उसने गलत शादी कर ली है और उसे तो नोरा फतेही जैसी खूबसूरत लड़की मिल सकती थी। इस बात ने महिला की मानसिक और शारीरिक स्थिति पर गहरा असर डाला। पति का यह रवैया न सिर्फ महिला उत्पीड़न की श्रेणी में आता है, बल्कि यह अवास्तविक उम्मीदों और सेलेब्रिटी की चकाचौंध में खोए लोगों की मानसिकता को भी उजागर करता है।
सेलेब्रिटी की फिटनेस
यह सच है कि फिल्मों या सोशल मीडिया पर दिखने वाले सेलेब्रिटी बेहद आकर्षक लगते हैं। उनका फिगर, चेहरे की चमक और फिटनेस कई लोगों को प्रेरित करती है। लेकिन यह समझना जरूरी है कि इसके पीछे घंटों की मेहनत, महंगे ट्रेनर, सख्त डाइट प्लान और कई बार महंगे ट्रीटमेंट शामिल होते हैं। आम इंसान के लिए उस स्तर तक पहुंचना न तो आसान है और न ही हमेशा स्वस्थ।
कितनी देर जरूरी है एक्सरसाइज?
फिट और हेल्दी रहने के लिए हर किसी को रोजाना कसरत करनी चाहिए, लेकिन इसका एक संतुलित पैमाना है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, वयस्कों को हफ्ते में कम से कम 150 मिनट moderate एक्सरसाइज (जैसे पैदल चलना, हल्की दौड़, साइकिलिंग) करनी चाहिए।
अगर कोई intense एक्सरसाइज करता है, तो हफ्ते में 75 मिनट काफी हैं।
इसका मतलब है रोजाना सिर्फ 30 मिनट की एक्सरसाइज भी सेहतमंद रहने के लिए पर्याप्त है।
तीन घंटे लगातार जिम करना शरीर पर उल्टा असर डाल सकता है। इससे मांसपेशियों में चोट, थकान और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
संतुलन ही है असली फिटनेस
फिगर या मसल्स बनाना सिर्फ जिम पर निर्भर नहीं करता। इसके लिए संतुलित डाइट, अच्छी नींद और तनावमुक्त जीवन भी उतना ही जरूरी है। महिलाएं हों या पुरुष, दोनों के लिए फिटनेस का लक्ष्य हेल्दी रहना होना चाहिए, न कि किसी खास सेलिब्रिटी की तरह दिखना।
समाज को सीखने की जरूरत
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में प्यार और सम्मान की जगह अवास्तविक उम्मीदें क्यों ले लेती हैं। पति-पत्नी का रिश्ता बराबरी, समझ और सहयोग पर टिकता है, न कि किसी की तुलना किसी सेलिब्रिटी से करने पर। अंततः, फिटनेस का असली मकसद लंबी उम्र, स्वस्थ शरीर और खुशहाल मन है। हर किसी को अपने शरीर को अपनाना चाहिए और अपनी क्षमता के अनुसार कसरत करनी चाहिए। सेलेब्रिटी की तरह दिखने की चाहत अगर दबाव या उत्पीड़न का कारण बन जाए, तो यह न सिर्फ गलत है बल्कि खतरनाक भी।