/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/13/untitled-design_20250813_192530_0000-2025-08-13-19-28-07.jpg)
फाइल फोटो
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
नवीन फल-सब्जी मंडी विवाद का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। सोमवार को मंडी परिसर में हुए तनावपूर्ण घटनाक्रम के बाद एक नया मोड़ तब आया जब मंडी सचिव की पत्नी ने कांग्रेस नेता के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई।
डीजीपी को दी तहरीर
मंडी सचिव पंडित सच्चे सुनील कुमार शर्मा की पत्नी ने डीजीपी को भेजी गई तहरीर में आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने सार्वजनिक भाषण के दौरान उनके पति के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। तहरीर के अनुसार, भाषण में न केवल अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया बल्कि मंडी सचिव को अंजाम भुगतने और जान से मारने की धमकी भी दी गई।पत्नी का कहना है कि यह विवाद सोमवार को मंडी परिसर में हुए एक झगड़े के बाद शुरू हुआ, जब दो पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई। घटना के बाद तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया था। लेकिन मंगलवार को कांग्रेस नेता द्वारा की गई टिप्पणी और धमकी ने इस मामले को और अधिक संवेदनशील बना दिया है।
तुरंत कार्रवाई की मांग
उन्होंने डीजीपी से त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है। “मैंने अपने पति को हमेशा ईमानदारी और सच्चाई के साथ काम करते देखा है, लेकिन हाल के दिनों में उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। अब खुलेआम धमकियां दी जा रही हैं, जिससे हम भयभीत हैं,” उन्होंने तहरीर में लिखा।पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एफआईआर में भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत जान से मारने की धमकी, मानहानि और अभद्र टिप्पणी के आरोप शामिल किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि बयान दर्ज किए जा रहे हैं और सभी साक्ष्यों को एकत्र किया जा रहा है।
मंडी मे तनाव का माहौल
इस बीच, मंडी के व्यापारियों और स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर चर्चा तेज हो गई है। कुछ व्यापारी मंडी सचिव के समर्थन में सामने आए हैं और उन्होंने मांग की है कि ऐसे मामलों में राजनीति से ऊपर उठकर न्याय होना चाहिए। वहीं, कांग्रेस नेता की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उनके समर्थक इसे राजनीतिक साजिश बता रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मंडी में पिछले कुछ महीनों से लगातार विवाद और तनाव का माहौल बना हुआ है। व्यापारिक हित, राजनीतिक प्रभाव और प्रशासनिक निर्णयों के बीच टकराव के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह दोनों पक्षों को विश्वास में लेकर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश करे।
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/11/dXXHxMv9gnrpRAb9ouRk.jpg)