Advertisment

Crime-मोबाइल स्नैचिंग का मुकदमा गुमशुदगी में किया दर्ज

एक बार फिर शालीमार गार्डन थाना पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस की लापरवाही और मनमानी का ऐसा उदाहरण सामने आया है जिसमें लूट की घटना को गुमशुदगी में दर्ज कर दिया गया। मामला एक वृद्ध महिला के साथ लूटपाट और मारपीट का है, जिसमें ना तो

author-image
Subhash Chand
1001566096

स्नेचिंग का शिकार महिला कमलेश, आंख पर है चोट के निशान Photograph: (Reporeter)

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

एक बार फिर शालीमार गार्डन थाना पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस की लापरवाही और मनमानी का ऐसा उदाहरण सामने आया है जिसमें लूट की घटना को गुमशुदगी में दर्ज कर दिया गया। मामला एक वृद्ध महिला के साथ लूटपाट और मारपीट का है, जिसमें न तो मुकदमा सही धाराओं में दर्ज किया गया और न ही पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया।

रिक्शा से लौट रही थी घर

जवाहर पार्क बी-2/145 में रहने वाले माधोराम की पत्नी कमलेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है। कमलेश ने बताया कि 12 अक्टूबर की शाम वे गरिमा गार्डन से अपने घर लौट रही थीं। जैसे ही उनका रिक्शा शराब ठेका टंकी के पास पहुंचा तभी पीछे से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने जबरन मोबाइल फोन छीन लिया। विरोध करने पर बदमाशों ने उनके साथ मारपीट की और शहीद नगर की ओर फरार हो गए। घटना में कमलेश गंभीर रूप से घायल हो गईं। कमलेश की आंख और शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं।

पुलिस ने नहीं कराया मेडिकल

घटना के बाद जब परिजन उन्हें लेकर शालीमार गार्डन थाने पहुंचे तो पुलिस ने पहले तो रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया। बाद में घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस ने लूट का मामला दर्ज करने के बजाय गुमशुदगी की रिपोर्ट लिख दी। इतना ही नहीं घायल वृद्ध महिला का मेडिकल भी नहीं कराया गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की और आरोपी बदमाशों की तलाश करने की बजाय पीड़िता को उपचार कराने की सलाह देकर घर भेज दिया। कई दिन बाद गुमशुदगी दर्ज की है।

Advertisment
Advertisment