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फाइल फोटो
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र की अवंतिका कॉलोनी के निवासी और अलीगढ़ पुलिस लाइन में तैनात इंस्पेक्टर अनुज कुमार के लापता होने की घटना सवा दो महीने बाद भी रहस्य बनी हुई है। 17 सितंबर को अपने परिवार सहित अचानक गायब हुए इंस्पेक्टर अनुज की तलाश में पुलिस अब तक कोई ठोस सुराग जुटाने में असफल रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ पुलिस ने अब उनकी जानकारी देने पर 50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है।
अलीगढ़ से लापता
जानकारी के अनुसार, इंस्पेक्टर अनुज कुमार अपने परिवार के साथ अलीगढ़ के थाना महुआखेड़ा क्षेत्र स्थित धनीपुर मंडी के प्रभात नगर कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। विभागीय स्तर पर गैरहाज़िर रहने और लापरवाही के आरोपों में उन्हें कुछ समय पहले निलंबित किया गया था। बताया जाता है कि विभागीय कार्रवाई के दौरान इंस्पेक्टर अनुज ने एसएसपी के समक्ष अपनी बात रखने के लिए व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हुए और केवल फोन पर दिए गए जवाब भी संतोषजनक नहीं पाए गए। इसके बाद उनके खिलाफ निलंबन की औपचारिक कार्रवाई पूरी कर दी गई।
कप्तान ने किया था निलंबित
निलंबन के तुरंत बाद 17 सितंबर को इंस्पेक्टर अनुज अचानक रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए। परिवार ने जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की, तो उनका फोन बंद मिला। इसके बाद उनकी मां सुशीला देवी ने बेटे के गायब होने की सूचना पुलिस को दी और शासन स्तर से लेकर हाईकोर्ट तक शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत के बावजूद कई सप्ताह बीतने पर भी कोई प्रगति न होने से परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है।मामले की जांच कर रहे सीओ बन्नादेवी कमलेश कुमार ने बताया कि पुलिस टीम लगातार सुराग जुटाने का प्रयास कर रही है। तकनीकी जांच, कॉल डिटेल और संभावित लोकेशन के आधार पर तमाम पहलुओं की जांच की जा रही है। लेकिन अब तक कोई निर्णायक जानकारी हाथ नहीं लग सकी है। ऐसे में अब किसी भी व्यक्ति द्वारा इंस्पेक्टर अनुज कुमार या उनके परिवार के संबंध में विश्वसनीय सूचना देने पर 50,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा।
मां को मानसिक आघात
परिवार का कहना है कि अनुज की गुमशुदगी ने उन्हें मानसिक तौर पर झकझोर दिया है। मां सुशीला देवी ने प्रशासन से भावुक अपील करते हुए कहा है कि उनके बेटे को हर हाल में ढूंढकर सुरक्षित वापस लाया जाए। स्थानीय लोगों में भी पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं कि विभाग का ही अधिकारी यदि दो महीने से लापता है और सुराग नहीं मिल सका, तो आमजन की सुरक्षा और जांच व्यवस्था पर कैसे भरोसा किया जा सकेगा?इंस्पेक्टर अनुज कुमार का मामला अब अलीगढ़ व गाजियाबाद पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। परिवार और शहरवासी जल्द से जल्द उनके सुरक्षित मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।
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