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Crime : फौजी ने लखनऊ में खाया जहर, गाजियाबाद में मचा हड़कंप

राजधानी लखनऊ में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में उस समय हड़कंप मच गया जब गाजियाबाद के एक रिटायर्ड फौजी जहरीला पदार्थ खाकर वहां पहुंचे। फौजी ने सुरक्षा कर्मियों को खुद यह जानकारी दी, जिसके बाद तुरंत उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती

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Syed Ali Mehndi
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फाइल फोटो

गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता

राजधानी लखनऊ में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में उस समय हड़कंप मच गया जब गाजियाबाद के एक रिटायर्ड फौजी जहरीला पदार्थ खाकर वहां पहुंचे। फौजी ने सुरक्षा कर्मियों को खुद यह जानकारी दी, जिसके बाद तुरंत उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। फौजी ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर के लगातार उत्पीड़न से तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया।

जनता दरबार में अफरातफरी

मिली जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र के सिरौली निवासी रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचे थे। उन्होंने वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को बताया कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया है। यह सुनते ही मौके पर अफरातफरी मच गई। सुरक्षा टीम ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल डॉक्टरों की टीम उनकी हालत पर लगातार नजर रखे हुए है।

विधायक पर गंभीर आरोप

रिटायर्ड फौजी ने भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सतबीर गुर्जर का कहना है कि विधायक उनके साथ लंबे समय से अत्याचार कर रहे हैं। इसके पीछे उन्होंने एक साजिश का खुलासा किया। फौजी के पास से मिले एक शिकायती पत्र में उल्लेख है कि अप्रैल माह में विधायक ने एक कलश यात्रा निकाली थी। आरोप है कि यह यात्रा सरकार गिराने की साजिश का हिस्सा थी। सतबीर गुर्जर ने इस साजिश को पहचानकर सोशल मीडिया पर खुलासा कर दिया था।उनका कहना है कि इस खुलासे के बाद से विधायक लगातार उन पर दबाव बना रहे थे और उत्पीड़न कर रहे थे। मानसिक रूप से परेशान होकर उन्होंने आखिरकार जहरीला पदार्थ खा लिया और मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।

पुलिस जांच में जुटी

इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन सक्रिय हो गया। इंस्पेक्टर गौतम पल्ली रत्नेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। सतबीर गुर्जर का बयान लिया जा रहा है और विधायक पर लगे आरोपों की भी जांच की जाएगी। पुलिस यह भी खंगाल रही है कि सोशल मीडिया पर जो खुलासे किए गए थे, उनकी सच्चाई क्या है और उनके बाद फौजी के साथ कैसा व्यवहार किया गया।

राजनीति में हलचल

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घटना सामने आने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दल इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साध सकते हैं। उनका कहना है कि जनता दरबार आम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित किया जाता है, लेकिन अगर वहां भी लोग न्याय की उम्मीद में जान देने को मजबूर हो जाएं तो यह गंभीर चिंता का विषय है।

सवालों के घेरे में विधायक

भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर पहले भी विवादित बयानों और कार्यशैली को लेकर आरोप लगते रहे हैं। लेकिन इस बार मामला सीधे-सीधे एक रिटायर्ड फौजी के जीवन से जुड़ा है, जिसने देश की सेवा की और अब अपने ही क्षेत्र के विधायक पर उत्पीड़न का आरोप लगा रहा है। यह घटना न केवल विधायक की छवि बल्कि पार्टी की साख पर भी असर डाल सकती है।फिलहाल रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज जारी है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनके आरोप कितने गंभीर और सत्य हैं। लेकिन इतना तय है कि इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था, जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली और जनता की न्याय तक पहुंच जैसे कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जनता दरबार में हुई इस सनसनीखेज घटना ने पूरे प्रदेश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है और अब सभी की नजरें पुलिस जांच और सरकार के रुख पर टिकी हुई हैं।

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