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Crime : किसान संगठन के प्रदेश सचिव को मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस में शिकायत

भारतीय किसान संगठन (अराजनैतिक) के प्रदेश सचिव सुनील यादव को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पर जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। यह घटना जिले में चिंता और आक्रोश का विषय बन गई है। पीड़ित सुनील यादव ने वेव सिटी थाने में इस गंभीर मामले की शिकायत

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Syed Ali Mehndi
किसान नेता सुनील यादव

किसान नेता सुनील यादव

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गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता

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भारतीय किसान संगठन (अराजनैतिक) के प्रदेश सचिव सुनील यादव को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन पर जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। यह घटना जिले में चिंता और आक्रोश का विषय बन गई है। पीड़ित सुनील यादव ने वेव सिटी थाने में इस गंभीर मामले की शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

अज्ञात नंबर से बार-बार कॉल

शाहपुर बम्हेटा निवासी सुनील यादव ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें एक अज्ञात मोबाइल नंबर से बार-बार फोन कॉल आ रहे थे, जिसमें उन्हें धमकी दी जा रही थी कि यदि उन्होंने आरोपी के बारे में जानने या विरोध करने की कोशिश की, तो उन्हें गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा। यादव के अनुसार, जब उन्होंने कॉल करने वाले व्यक्ति से उसका नाम और पहचान पूछने की कोशिश की, तो उसने और भी उग्र होकर धमकाना शुरू कर दिया। आरोपी ने यह तक कहा कि "तू मुझे जानता नहीं है, अगर जिंदा रहना है तो मुझसे मिल।"

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मजबूत किसान नेता

सुनील यादव एक जिम्मेदार सामाजिक कार्यकर्ता और किसान संगठन के महत्वपूर्ण पदाधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल उनके व्यक्तिगत सम्मान और सुरक्षा पर हमला नहीं है, बल्कि संगठन और समाज में भय फैलाने की कोशिश है। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी वेव सिटी थाना पुलिस को लिखित रूप में दी है। शिकायत में उन्होंने कॉल की डिटेल्स और धमकी भरे संवादों का भी उल्लेख किया है।पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज करने से पहले कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों की पहचान कर जल्द ही उन्हें कानून के कटघरे में लाया जाएगा। साथ ही, पीड़ित की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे।

तुरंत कार्यवाही आवश्यक

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यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को कितनी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। किसान संगठनों से जुड़े लोग अक्सर जनहित के मुद्दों पर खुलकर बोलते हैं, ऐसे में उनकी आवाज को दबाने की कोई भी कोशिश लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।सुनील यादव ने जिला प्रशासन और पुलिस से मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए यह भी कहा कि वह किसी भी धमकी से डरने वाले नहीं हैं और किसानों के हित के लिए हमेशा आवाज उठाते रहेंगे।

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