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पकड़ा गया प्रतिबंध सिरप
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
देशभर में प्रतिबंधित की जा चुकी कफ सिरप की बड़ी खेप के गाजियाबाद से बरामद होने से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। इस मामले के तार बांग्लादेश से भी जोड़े जा रहे हैं जिसका चलते मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बन चुका है। यह वही कफ सिरप है, जिसने कुछ समय पहले कई बच्चों की जान ले ली थी और जिसके बाद सरकार ने इसे देशभर में प्रतिबंधित कर दिया था। अब इसी सिरप की तस्करी का जाल गाजियाबाद तक फैला हुआ पाया गया है। पुलिस कमिश्नर को जैसे ही इसकी सूचना मिली, उन्होंने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए और मामले की जांच एडीसीपी क्राइम को सौंपी।
कई राज्यों से जुड़े तार
सूत्रों के मुताबिक, यह खेप बिहार और पश्चिम बंगाल के रास्ते सोनभद्र होते हुए गाजियाबाद पहुंची थी। सोनभद्र पुलिस से मिली इनपुट के आधार पर गाजियाबाद कमिश्नरेट की टीम ने दो दिनों तक गहन जांच अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने चार ट्रक प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। इतना ही नहीं, मौके से पुलिस को करीब 20 लाख रुपये नकद, एक कार, कई मोबाइल फोन और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं। जांच में सामने आया है कि बरामद सिरप को गाजियाबाद के एक गोदाम में छिपाकर रखा गया था। पुलिस को शक है कि यह तस्करी नेटवर्क काफी बड़ा है और इसके तार दवा कारोबार से जुड़े कुछ लोगों तक पहुंच रहे हैं। प्राथमिक जांच में एक व्यापारी का नाम प्रमुख रूप से सामने आया है, जो प्रतिबंधित दवाओं की अवैध सप्लाई से जुड़ा बताया जा रहा है।
खतरनाक व्यापार
पुलिस कमिश्नर स्वयं इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और कहा जा रहा है कि जल्द ही इस तस्करी गिरोह का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। हालांकि फिलहाल अधिकारी खुलासे से पहले किसी भी आधिकारिक बयान से बच रहे हैं।इस कार्रवाई ने गाजियाबाद समेत पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हलचल मचा दी है। सवाल यह है कि इतनी बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप आखिर गाजियाबाद तक कैसे पहुंचा? और कौन लोग इस खतरनाक व्यापार में शामिल हैं? पुलिस की जांच का दायरा अब बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश के कई जिलों तक बढ़ाया गया है।गाजियाबाद पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अवैध दवा कारोबार पर बड़ी चोट मानी जा रही है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी अब भी देशभर में सक्रिय नेटवर्क के माध्यम से की जा रही है। आने वाले दिनों में इस मामले का खुलासा प्रदेश में तस्करी के एक बड़े रैकेट से पर्दा उठा सकता है।
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