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फाइल फोटो
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
लोनी क्षेत्र से एक बेहद दुखद और झकझोर देने वाली खबर सामने आई है, जहां करंट लगने की अलग-अलग घटनाओं में दो मासूम बच्चों सहित तीन लोगों की मौत हो गई। इन घटनाओं ने इलाके में शोक की लहर फैला दी है और बिजली सुरक्षा के प्रति प्रशासनिक लापरवाही पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
लक्ष्मी गार्डन
पहली घटना लोनी के लक्ष्मी गार्डन कॉलोनी में हुई, जहां 12 वर्षीय हनी नामक बालक अपने घर की छत पर पतंग उड़ा रहा था। इसी दौरान पतंग का मांझा पास से गुज़र रही हाई टेंशन लाइन से टकरा गया और हनी करंट की चपेट में आ गया। जोरदार झटका लगते ही वह छत पर ही गिर पड़ा और गंभीर रूप से झुलस गया। परिवारजन तुरंत उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग से हाई टेंशन तार को शिफ्ट करने की मांग की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रामपाल कॉलोनी
दूसरी घटना रामपाल कॉलोनी की है, जहां 5 वर्षीय बच्ची अन्य घर की छत पर खेल रही थी। खेलते-खेलते उसने छत की रेलिंग को पकड़ लिया, लेकिन दुर्भाग्यवश उस रेलिंग में करंट दौड़ रहा था। जांच में पता चला कि घरवालों ने नीचे से ऊपर बिजली पहुंचाने के लिए एक असुरक्षित तार डाला था, जो गलती से रेलिंग से छू रहा था। करंट लगते ही बच्ची बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी। अस्पताल पहुंचाने तक उसकी भी मौत हो चुकी थी। परिजन बेसुध हैं और मोहल्ले में मातम पसरा है।
बेहटा हाजीपुर
तीसरी और अंतिम घटना लोनी के एक अन्य क्षेत्र में सामने आई, जहां 40 वर्षीय सफाई कर्मचारी सुनील काम के दौरान करंट की चपेट में आ गया। बताया जा रहा है कि वह घर की दीवार पर रंग करने का कार्य कर रहा था, और इसी दौरान गीले ब्रश के ज़रिए बिजली से संपर्क हो गया। मौके पर ही वह अचेत हो गया और अस्पताल ले जाते वक्त उसकी भी मृत्यु हो गई।
शोक की लहर
इन तीनों घटनाओं ने इलाके में दहशत और शोक का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग प्रशासन पर बिजली लाइन की लापरवाही और असुरक्षित वायरिंग के प्रति उदासीनता का आरोप लगा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, खुले और असुरक्षित बिजली तारों की समस्या लोनी जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में आम हो चली है। बच्चों के छत पर खेलने और पतंगबाज़ी जैसे सामान्य क्रियाकलाप भी अब जानलेवा साबित हो रहे हैं।जनता की मांग है कि हाई टेंशन तारों को रिहायशी इलाकों से हटाया जाए, असुरक्षित वायरिंग पर कार्रवाई हो, और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं। इन मौतों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि लापरवाही की कीमत हमेशा आम जनता को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है।