/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/23/untitled-1_1715229916-2025-10-23-16-26-26.jpg)
फाइल फोटो
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर तहसील क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब नगर पंचायत पतला की चेयरमैन रीता चौधरी के पति और व्यापारी देवेंद्र चौधरी को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई। धमकी देने वाले ने खुद को कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ बताया और रकम न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
व्हाट्सएप कॉल
सूत्रों के अनुसार, देवेंद्र चौधरी को यह धमकी वॉट्सएप कॉल के माध्यम से दी गई। कॉलर ने दिवाली के बाद पांच करोड़ रुपये की मांग की और मना करने पर गोली मारकर हत्या की धमकी दी। बताया गया कि धमकी दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से दी गई, जिससे यह संदेह और गहरा हो गया कि इस पूरे मामले में किसी संगठित गिरोह का हाथ हो सकता है।देवेंद्र चौधरी क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित व्यापारी हैं और उनके पिता योगेन्द्र सिंह रालोद (राष्ट्रीय लोकदल) के जाने-माने नेता माने जाते हैं। ऐसे में इस धमकी को लेकर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। देवेंद्र चौधरी ने निवाड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
मुकदमा दर्ज
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कॉल के नंबरों की तकनीकी जांच कराई जा रही है और साइबर सेल को भी जांच में लगाया गया है। प्रारंभिक जांच में यह भी देखा जा रहा है कि कॉल किसी विदेशी या फर्जी सिम से तो नहीं की गई थी। वहीं, इस धमकी के बाद स्थानीय व्यापारिक समुदाय और जनप्रतिनिधियों में भी दहशत का माहौल बना हुआ है।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में देशभर के कई हिस्सों में लॉरेंस बिश्नोई गैंग और उसके साथी गोल्डी बराड़ के नाम पर रंगदारी मांगने के कई मामले सामने आए हैं।
जाँच शुरू
कई बार अपराधी गैंग का नाम लेकर लोगों को डराने और धन उगाही की कोशिश करते हैं।पुलिस ने कहा है कि इस मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है और जल्द ही कॉल करने वालों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, नगर पंचायत पतला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि गैंगस्टर नेटवर्क अब डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कर धमकी और रंगदारी जैसी वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय हैं। पुलिस प्रशासन के लिए यह चुनौती है कि ऐसे अपराधियों तक जल्द पहुंचकर उन्हें कानून के शिकंजे में लाया जाए।
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/11/dXXHxMv9gnrpRAb9ouRk.jpg)