Advertisment

Crime : महिला ने लगाया चौकी प्रभारी पर मासूम बेटे के साथ मारपीट का आरोप

थाना सिहानी गेट क्षेत्र में एक गरीब महिला और उसके मासूम बेटे के साथ कथित पुलिस ज्यादती का मामला सामने आया है। पीड़िता ममता, पत्नी तेजपाल, निवासी 471 पटेल सेकंड नगर, ने आरोप लगाया है कि चौकी प्रभारी पटेल नगर ने न केवल उनके

author-image
Syed Ali Mehndi
20250808_151627_0000

पीड़ित महिला एवं बच्चा

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

थाना सिहानी गेट क्षेत्र में एक गरीब महिला और उसके मासूम बेटे के साथ कथित पुलिस ज्यादती का मामला सामने आया है। पीड़िता ममता, पत्नी तेजपाल, निवासी 471 पटेल सेकंड नगर, ने आरोप लगाया है कि चौकी प्रभारी पटेल नगर ने न केवल उनके 10 वर्षीय बेटे को बिना कारण चौकी ले जाकर बेरहमी से पीटा, बल्कि उन्हें भी धमकाया कि यदि इस मामले की शिकायत की तो गंभीर अंजाम भुगतने होंगे।

 पड़ोसी की बुरी नीयत 

ममता का कहना है कि वह किराए के मकान में रहती हैं और पड़ोस में प्रवीण नामक एक अपराधी किस्म का व्यक्ति किराए पर रह रहा है। प्रवीण पर आरोप है कि वह लंबे समय से ममता पर गंदी नजर रखता है और उन्हें बार-बार परेशान करता है। पीड़िता ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने पहले भी पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।घटना के बारे में ममता ने बताया कि बीती रात प्रवीण ने उनके साथ बदतमीजी करने का प्रयास किया। इस दौरान उनका 10 वर्षीय बेटा बीच में आया और विरोध किया। बच्चे के प्रतिरोध के बाद ममता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन उनके मुताबिक, आरोपी पर कार्रवाई करने के बजाय चौकी प्रभारी उनके बेटे को भी अपने साथ चौकी ले गए।

 मासूम बेटे पर जुल्म 

ममता का आरोप है कि चौकी में उनके मासूम बेटे के साथ जबरदस्त मारपीट की गई। बच्चे के शरीर पर चोट के स्पष्ट निशान हैं, जो इस कथित पिटाई की पुष्टि करते हैं। उन्होंने आगे बताया कि चौकी इंचार्ज ने उन्हें धमकाया कि यदि इस मामले की शिकायत की तो वह और उनका बेटा झूठे मुकदमे में फंसा दिए जाएंगे।पीड़िता ने खुद को गरीब और असहाय बताते हुए कहा कि उन्हें और उनके परिवार को अब जान-माल का खतरा है। उनका डर है कि पुलिस और आरोपी प्रवीण मिलकर उन्हें फर्जी केस में जेल भेज सकते हैं।

 कानून व्यवस्था पर सवाल

यह मामला न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। आमतौर पर पीड़ित की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना पुलिस का दायित्व होता है, लेकिन यहां आरोप है कि पीड़िता और उसके मासूम बेटे को ही अपराधी की तरह ट्रीट किया गया।स्थानीय लोग भी इस घटना से आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि यदि आरोप सही हैं तो यह पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला मामला है और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

Advertisment

 अधिकारियों से लगाई गुहार 

ममता ने उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और आरोपी प्रवीण के खिलाफ कार्रवाई की जाए, साथ ही चौकी प्रभारी पर भी कानूनी कदम उठाया जाए ताकि भविष्य में किसी गरीब और असहाय परिवार के साथ ऐसा अन्याय न हो।इस घटना ने गाजियाबाद में एक बार फिर पुलिस की जवाबदेही और पीड़ितों के साथ उसके व्यवहार को लेकर बहस छेड़ दी है। अब देखना होगा कि उच्च अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और पीड़िता को न्याय दिलाने में कितनी तत्परता दिखाते हैं।

Advertisment
Advertisment